नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री किरेन रिजिजू ने आज गुवाहाटी में आयोजित डिजिधन मेले का उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय डिजिधन मेले का आयोजन वास्तविक समय पर डिजिटल लेनदेन को अपनाने और इससे परिचित होने के लिए नागरिकों और व्यापारियों को सक्षम बनाने के उद्देश्य से किया जाता है।
इस अवसर पर श्री सर्बानंद सोनोवाल ने नकदी रहित अर्थव्यवस्था की दिशा में पहल के लिए ई-वॉलेट ‘टोका पैसा’ का शुभारंभ किया इस मेले का आयोजन असम सरकार के साथ सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और नीति आयोग के समन्वय से किया जा रहा है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि विमुद्रीकरण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिया गया एक साहसिक फैसला है। उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण का फैसला देश के सबसे गरीब वर्गके हित में किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि विमुद्रीकरण के निर्णय के बाद नगदी रहित लेनदेन की दिशा में पूर्वोत्तर क्षेत्र में कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अपनी आय में बिना किसी कटौती के पूरी मजदूरी प्राप्त होने से चाय बागानों के श्रमिक बेहद पसंद है और वे नगदी रहित अर्थव्यवस्था को स्वीकार करके खुश है। उन्होंने कहा कि नगदी रहित अर्थव्यवस्था से देश के सामाजिक व्यवहार के साथ-साथ आर्थिक प्रबंधन में सुधार में भी मदद मिलेगी।
श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत डिजिटल लेनदेन की ओर परिवर्तित हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास और भारत के परिवर्तन की दिशा में पूर्वात्तर क्षेत्र को अवश्य सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि असम में आयोजित डिजिधन मेला पूर्वोत्तर क्षेत्र के साथ-साथ समूचे भारत में ऐतिहासिक कदम है।
नीति आयोग के सलाहकार श्री जितेन्द्र कुमार ने कहा कि नगदी रहित लेनदेनों से हमारी अर्थव्यवस्था में सुधार होता है और यह मजबूत बनती है उन्होंने कहा कि डिजिधन मेले से नगदी रहित लेनदेनों की दिशा में आम आदमी को प्रोत्साहन देने में मदद मिलेगी।
इस मेले में विभिन्न सरकारी विभागों, बैंकों, मोबाइल वॉलेट संचालकों और अन्य विक्रेताओं के सौ से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं।
राज्य सरकार ने निम्नलिखित श्रेणियों में डिजिटल भुगतान पर समग्र पहल में स्थानीय समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहन देने के लिए एक ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा का भी आयोजन किया है –
- स्लोगन : पुरस्कार राशि (प्रथम पुरस्कार दस हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार सात हजार पांच सौ रुपए, तृतीय पुरस्कार पांच हजार रुपए)
- ऑडियो जिंगल : पुरस्कार राशि (प्रथम पुरस्कार पचास हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार तीस हजार रुपए, तृतीय पुरस्कार पच्चीस हजार रुपए)
- डिजिटल पोस्टर : पुरस्कार राशि (प्रथम पुरस्कार पचास हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार तीस हजार रुपए, तृतीय पुरस्कार पच्चीस हजार रुपए)