नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने नई दिल्ली में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय स्तर के समारोह में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा साबरमती आश्रम विषय पर केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा प्रदर्शित एक झांकी के दौरे से हुई। इस दौरान मानव संसाधन विकास मंत्री ने शहरी स्कूलों के रसोई के बगीजे में मौसमी सब्जियों और फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए गमलों में सब्जी और फलों के पौधे लगाए। शहरी स्कूलों में आमतौर पर बागवानी के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं होती है। कार्यक्रम के दौरान दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों ने फैंसी ड्रेस पहनकर उपस्थित हुए जिसमें प्राथमिक स्कूल के 150 छात्रों को महात्मा गांधी के रूप में तैयार किया गया था। श्री पोखरियाल ने छात्रों को हार्दिक बधाई दी और महात्मा गांधी के प्रेम, सत्य एवं अहिंसा के संदेशों के बारे में बताया।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री पोखरियाल ने कहा कि छात्र हमारे स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर हैं। वे अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में इस अभियान को सफल बना रहे हैं। साथ ही छात्र ‘प्लास्टिक का एकल उपयोग नहीं’ और ‘एक छात्र एक वृक्ष’ जैसे अभियानों में भी काफी सक्रियता से भाग ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन और दर्शन न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा है जहां हिंसा विभिन्न रूपों में दिख रहा है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा और प्रेम जैसे उनके दर्शन के शाश्वत पहलू आज भी दुनिया के लिए प्रासंगिक और आवश्यक हैं।
श्री पोखरियाल ने कहा कि भारत ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की विचारधारा में विश्वास करता है और हम दुनिया को परिवार मानते हैं। संपूर्ण विश्व ने महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा और प्रेम के दर्शन की शक्ति को समझा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा हमारे साथ हैं क्योंकि उनके विचार और मूल्य हमारे भीतर हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय विद्यालय संगठन के 150 वरिष्ठ छात्रों ने ‘सर्व धर्म प्रार्थना’ किया। उसके बाद दिल्ली पब्लिक स्कूल आर. के. पुरम, नई दिल्ली के छात्रों द्वारा महात्मा गांधी के मूल्यों और आदर्शों पर आधारित एक प्रहसन प्रस्तुत किया गया जिसका शीर्षक था ‘बापू यहीं हैं’। मानव संसाधन विकास मंत्री ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की।
इस अवसर पर केवीएस के 150 वरिष्ठ लोगों ने D सर्व धर्म प्रचार ’किया। उसके बाद महात्मा गांधी पर स्किट शीर्षक “बापुइयाँ हैं” शीर्षक पर आधारित था और महात्मा गांधी के आदर्शों को दिल्ली पब्लिक स्कूल आर के पुरम, नई दिल्ली के छात्रों द्वारा प्रदर्शित किया गया था। मानव संसाधन विकास मंत्री ने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की।
केंद्रीय मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस लिंक के माध्यम से असम, कर्नाटक, उत्तराखंड और राजस्थान राज्यों के छात्रों के साथ बातचीत की। विभिन्न राज्यों के छात्रों गांधी के दृष्टिकोण पर अपने विचार प्रस्तुत किए। केंद्रीय मंत्री ने महात्मा गांधी की विचारधारा पर बच्चों के ज्ञान एवं उनके विचारों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने महात्मा गांधी के सपनों का नया भारत बनाने में छात्रों के प्रयासों की सराहना की। श्री पोखरियाल ने सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में आयोजित महात्मा गांधी पर ‘अभिव्यक्ति श्रृंखला’ के विजेताओं को भी सम्मानित किया।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह अक्टूबर, 2020 तक जारी रहेगा। इसके लिए स्कूलों में माहवार गतिविधियां आयोजित करने का भी प्रस्ताव दिया गया है। प्रस्तावित गतिविधियों में गांधीजी के जीवन पर छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्कूल परिसर और उसके आसपास विशेष सफाई अभियान, सत्य एवं अहिंसा के विभिन्न पहलुओं पर शिक्षकों/ संबद्ध व्यक्तियों द्वारा सुबह की सभा के दौरान भाषण, गांधीजी के जीवन पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, निबंध एवं पेंटिंग कार्यशालाएं आदि शामिल हैं।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में 23 सितंबर, 2019 से 2 अक्टूबर, 2019 तक देश भर के स्कूलों में महात्मा गांधी पर तमाम कार्यक्रम एवं गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। सप्ताह के दौरान की जाने वाली गतिविधियों में प्रार्थना, महात्मा गांधी मूल्यों एवं आदर्शों पर विचार-विमर्श, नृत्य, गीत, प्रहसन, फैंसी ड्रेस, मोनो एक्टिंग, स्वच्छता अभियान ‘स्वच्छता के लिए गांधीगीरी’ कविता लेखन, निबंध लेखन, नारे लेखन पेंटिंग एवं ड्रॉइंग, संग्रहालयों एवं गांधीजी से जुड़े स्थानों का भ्रमण/ फिल्मों की स्क्रीनिंग, क्विज प्रतियोगिता, गांधीजी के जीवन से संबंधित वस्तुओं की प्रदर्शनी, गांधी पर पुस्तकों की प्रदर्शनी आदि शामिल हैं।
वर्ष 2018 के दौरान राज्य/ केंद्रशासित प्रदेश स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और राज्य/ केंद्रशासित प्रदेशों के विजेता स्कूलों का चयन किया गया। इसमें 36 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के एनवीएस, केवीएस और सीबीएसई के छात्रों ने स्कूल एवं राज्य स्तर पर भाग लिया। देश भर के स्कूलों में 1 सितंबर 2018 को श्रमदान गतिविधियों की शुरुआत की गई। श्रमदान गतिविधियों में लगभग 6.21 करोड़ बच्चों ने भाग लिया। संस्कृति मंत्रालय द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर महात्मा गांधी पर खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई। दिल्ली में कला उत्सव के दौरान राज्य/ केंद्रशासित प्रदेश की विजेता टीमों में से 7 टीमों का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए किया गया। कला उत्सव 2018 के दौरान लगभग 140 छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग में सचिव श्रीमती रीना रे, संयुक्त सचिव एल. एस. चांगसानंद और मानव संसाधन विकास मंत्रालय, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यलय समिति, एनसीईआरटी एवं सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।