लखनऊ: वैज्ञानिकों ने एक स्मार्टफ़ोन ऐप के ज़रिए दुनिया भर में लोगों के सोने के समय के पैटर्न का पता लगाया है। साइंस एडवांसेज़ में छपे एक शोध के मुताबिक महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज़्यादा सोती हैं और मध्यम आयु वर्ग के पुरुष सबसे कम सो पाते हैं।
इस शोध के मुताबिक 30 से 60 साल के बीच की महिलाएं पुरुषों से तीस मिनट ज़्यादा समय बिस्तर में बिताती हैं।यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन के शोधकर्ताओं ने वर्ष 2014 में एंट्रेन ऐप जारी किया था जिसका मकसद लोगों को जेटलैग से राहत दिलाना था।
इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले लोगों को विकल्प दिया गया था कि वो अपने सोने के समय के बारे में जानकारी शोधकर्ताओं से साझा कर सकते हैं। शोध में शामिल प्रॉफ़ेसर डेनियल फ़ोर्जर ने कहा,”हम पर देर तक जागने का सामाजिक दबाव है और हमारी शारीरिक व्यवस्था हमें सुबह जल्दी उठने को कहती है, इसके बीच में हमारी नींद कुर्बान हो रही है। इसी से दुनिया भर के देशों में नींद को लेकर संकट बढ़ रहा है।”
यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैम्ब्रिज के डॉ. अखिलेश रेड्डी ने कहा कि इस शोध के मुताबिक हमारे शरीर का तंत्र हमें कुछ ऐसी चीज़ें करने को कह रहा है जो हम सामाजिक स्थितियों की वजह से नहीं कर पा रहे हैं और इसके परिणाम दिखने में कई साल लग जाते हैं। शिफ़्टों में काम करने वाले लोगों की नींद में ख़लल का रिश्ता टाइप 2 डायबिटीज़ जैसी बीमारियों से बताया गया है।