लखनऊ: प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने निर्देशित किया है कि सही रीडिंग एवं बिलिंग के लिए बिलिंग एजेंसियों की व्यवस्थाओं, मैनपावर, जरूरी उपकरणों एवं तैयारियों की जमीनी स्तर पर परख की जाए। उन्होंने कहा कि गलत बिल बनाये जाने की शिकायतें आ रही हैं, इस पर तुरन्त कार्रवाई कर रोका जाए। उपभोक्ताओं को समय पर सही बिल मिले, अधिकारी यह सुनिश्चित करें और ज्यादा से ज्यादा बिलिंग, रीडिंग एवं राजस्व वसूली पर जोर दिया जाए।
ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा आज शक्ति भवन में सभी डिस्काम के एमडी एवं बिलिंग एजेंसियों के प्रमुख के साथ सही रीडिंग, बिलिंग एवं राजस्व वसूली की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी हालात में गलत बिल न बनने पाये, मौके पर जाकर बिलिंग करें और भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित भी करें। शहरी एवं ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बिलिंग करने में सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि जो भी बिलिंग एजेंसी लक्ष्य के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्य नही करेंगी, उसकी जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही की जाए।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बहुत से उपभोक्ताओं के पास समय से बिल नहीं पहुंच रहा है, जिसके कारण लोग बिलों का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने प्रत्येक उपभोक्ता के मीटर तक पहुंचने के लिए मीटर रीडर को उपलब्ध हो रही सुविधाओं, जरूरी उपकरणों आदि से संबंधित व्यवस्था की भी निगरानी करने के निर्देश दिए और कहा कि प्रत्येक मीटर रीडर एवं एजेंसी को बिलिंग करने का लक्ष्य निर्धारित हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश हैं कि उपभोक्ताओं को समय से उसकी वास्तविक रीडिंग का सही बिल मिले, इसकी व्यवस्था हो, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रत्येक मीटर रीडर के वालेट में पर्याप्त धनराशि रखने पर भी बल दिया, जिससे कि उपभोक्ता परिसर पर ही बिल जमा किया जा सके। उन्होंने प्रत्येक डिस्काम एवं बिलिंग एजेंसी को शत-प्रतिशत बिलिंग करने के निर्देश दिए और कहा कि हम जितनी बिजली उपभोक्ताओं को उपलब्ध करा रहे हैं, उसके सापेक्ष ही राजस्व भी मिलना चाहिए, इस पर सभी मिलकर कार्य करें।
प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष पावर कारपोरेशन श्री एम. देवराज ने ऊर्जा मंत्री को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार की मंशानुरूप ही कार्य करने पर बल दिया जाएगा। किसी भी प्रकार की लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों एवं बिलिंग एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान उन्होंने बताया कि पावर कारपोरेशन में इस समय कुल 90.98 प्रतिशत बिलिंग हो रही है। इसी प्रकार पूर्वांचल में 87.54 प्रतिशत, मध्यांचल में 91.23 प्रतिशत, दक्षिणंचल 90.90 प्रतिशत, पश्चिमांचल में 94.64 प्रतिशत तथा केस्को में 100 प्रतिशत बिलिंग हो रही है, जिसे शीघ्र ही शतप्रतिशत करने पर कार्य किया जायेगा। बैठक में प्रबन्ध निदेशक यूपीपीसीएल श्री पंकज कुमार, एवं सभी डिस्काम के एमडी के साथ सभी बिलिंग कम्पनियों के प्रमुख उपस्थित थे।