नई दिल्ली: सामाजिक क्षेत्र की समस्याओं की मीडिया रिपोर्टिंग में ज्यादा जगह सुनिश्चित करने के आह्वान के साथ अखिल भारतीय संपादकों का क्षेत्रीय सम्मेलन आज जयपुर में
शुरू हुआ। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि मीडिया विकास प्रक्रिया में जरूरी हिस्सेदार है। मीडिया सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों को आम जनता तक पहुंचाता है। वह सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और असर को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने में खास भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि मीडिया व्यापक पैमाने पर नीतियों के निर्माण में एक शक्ति भी है।
पिछले 20 महीनों के दौरान राष्ट्रीय और सामाजिक तंत्र के जरिए सरकारी योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए श्रीमती मेनका गांधी ने कहा कि सरकार की कार्यसूची तीन पथ प्रदर्शक सिद्धांतों पर टिकी है- “पहला, हमने अपने प्राकृतिक और मानव संसाधनों में सुधार किया है और दूसरा, हमने नागरिकों के लिए नए अवसर सृजित करने के अलावा उन्हें अवसरों को चुनने का मौका भी दिया है। तीसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि की है।” उन्होंने कहा कि हमने जनधन योजना शुरू करके वित्तीय समायोजन वाली अबतक की सबसे बड़ी परियोजना की शुरूआत देखी है। पिछले 16-17 महीनों में 30 हजार करोड़ के संतुलित राशि के साथ 20 करोड़ से ज्यादा बैंक खाते खोले हैं। मुद्रा स्कीम के तहत 2 करोड़ से ज्यादा लघु और सूक्ष्म उद्यमियों तक 85 हजार करोड़ रुपए की ऋण सुविधा पहुंचायी गई। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन स्कीम के दायरे में बीमा और पेंशन सुविधाएं भी जोड़ी गईं जिनसे 12.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभ मिला। श्रीमती गांधी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मंदी के संकेतों के बावजूद देश में प्रत्यक्ष विदेश निवेश बढ़ा है। वास्तव में, प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया पहलों से धीरे-धीरे भारतीय युवाओं के बीच उद्यमशीलता का जज्बा भर गया है।
श्रीमती गांधी ने कहा कि सरकार की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि विशिष्ट क्षेत्र में राष्ट्रीय विकास के काफी महत्वाकांक्षी दीर्घकालिक और मात्रात्मक लक्ष्यों को छूना है। उन्होंने कहा कि अधिकतम शासन पर जोर देना सरकार की एक और बड़ी पहल है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर हम एक मुकाम हासिल कर चुके हैं। वैसे भी हम इसके लिए पूरी तरह योग्य हैं।
सम्मेलन को राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता सहित अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री अरुण चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान जैसे सामाजिक क्षेत्र के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इसके साथ ही प्रत्येक पंचायत में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिक विद्यालय का विस्तार और महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में लाभांवित समूहों को जागरूक करने में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
सम्मेलन में आगन्तुक संपादकों का स्वागत करते हुए पत्र सूचना कार्यालय के महानिदेशक श्री फ्रेंक नोरोन्हा ने कहा कि मीडिया अपनी रिपोर्टिंग में सामाजिक क्षेत्र को ज्यादा जगह देकर आम आदमी की कामयाबियों और विकास प्रक्रिया में उनके समान हिस्सेदार के रूप में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आबादी का 70 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्रों में रहता है। इनके लिए ज्यादा संख्या में पाठक और दर्शक वर्ग उपलब्ध रहते हैं। इसलिए क्षेत्रीय भाषा के समाचारपत्रों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। श्री नोरोन्हा ने कहा कि यह सम्मेलन क्षेत्रीय मीडिया के जरिए आखिरी छोर तक बेहतर ढंग से पहुंचने की ईमानदार कोशिश है। यह पत्र सूचना कार्यालय के लगातार आगे बढ़ने की कोशिशों का एक हिस्सा है और यह नीति निर्माताओं तथा मीडिया के बीच के संबंधों को बढ़ाने का जरिया भी है।
इस मौके पर विज्ञापन और दृश्य प्रचार निदेशालय की ओर से सरकार के कार्यक्रमों और नीतियों को व्यक्त करने वाली प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसका भी उद्घाटन श्रीमती मेनका संजय गांधी ने किया। प्रदर्शनी में सामाजिक क्षेत्रों में सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को दर्शाया गया है।
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