25 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

महिला और बाल विकास मंत्री बीबीबीपी योजना के अंतर्गत राज्‍यों और जिलों को सम्‍मानित करेंगी

देश-विदेश

नई दिल्ली: महिला और बाल विकास मंत्रालय देश में बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) योजना सफलतापूर्वक लागू करने वाले जिलों और राज्‍यों को सम्‍मानित और पुरस्‍कृत करने के लिए 7 अगस्‍त, 2019 को नई दिल्‍ली में एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।

अच्‍छा प्रदर्शन करने वाले राज्‍यों तथा जिलों को सम्‍मानित करने के कार्यक्रम का उद्देश्‍य स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय की स्‍वास्‍थ्‍य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमएमआईएस) डॉटा के अनुसार जन्‍म के समय लिंग अनुपात में सुधार करना और जन-जागरूकता में उत्‍कृष्‍ट कार्य करना है। इस अवसर पर केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती स्‍मृति जुबिन इरानी मुख्‍य अतिथि होंगी और राज्‍य मंत्री देबाश्री चौधरी सम्‍मानित अतिथि होंगी।

22 जनवरी, 2015 को लांच की गई बीबीबीपी योजना चरणबद्ध तरीके से लागू की जा रही है। अभी इसे 640 जिलों (2011 की जनगणना के अनुसार) में लागू किया जा रहा है। सभी 640 जिलों में इसका प्रचार अभियान चलाया गया है। इन 640 जिलों में से 405 जिले बहुक्षेत्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत कवर किये गये हैं, जिसमें 100 प्रतिशत केन्द्र प्रायोजित योजनाओं का अनुदान बीबीबीपी के लिए डीएम/डीसी को प्रत्‍यक्ष रूप से उपलब्‍ध कराया जाता है।

समारोह में महिला और बाल विकास मंत्री 5 राज्‍यों के प्रधान सचिवों/आयुक्‍तों तथा 10 जिलों (9 राज्‍य कवर करने वाले) के जिला मजिस्‍ट्रेटों/उपायुक्‍तों को जन्‍म के समय लिंग अनुपात में निरंतर सुधार करने के लिए सम्‍मानित करेंगी। 10 अतिरिक्‍त जिलों के जिला मजिस्‍ट्रेटों/उपायुक्‍तों को जागरूकता अभियान और पहुंच गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन के लिए सम्‍मानित किया जायेगा।

इस अवसर पर बेटी बचाव बेटी बढ़ाओ योजना के अंतर्गत राज्‍यों/जिलों के नवाचारों पर स्‍लाईड शो दिखाया जायेगा तथा विजेता राज्‍यों और जिलों द्वारा की गई नवाचारी पहलों पर संक्षिप्‍त विडियो दिखाया जायेगा।

2014-15 तथा 2018-19 के लिए राज्‍यवार व जन्‍म के समय लिंग अनुपात पर आई ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि जन्‍म के समय लिंग अनुपात 918 से बढ़कर 931 हुआ है जो राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सुधार का संकेत देता है।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More