नई दिल्ली: रेल भवन में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए और महिला रेल कर्मियों के सम्मान में एक समारोह का
आयोजन किया गया। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु समारोह के मुख्य अतिथि थे। रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा इस अवसर पर विशेष रुप से उपस्थित थे। समारोह में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री ए.के. मित्तल और बोर्ड के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के बाद रेलवे सुरक्षा पुलिस बल एवं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस कर्मियों ने आत्मरक्षा प्रदर्शन और रंगोली ग्रुप ने गीत प्रस्तुत किए। इसके अलावा कार्यस्थलों तथा घरों में महिलाओं के अधिकारों पर चर्चा की गई, क्विज, स्वास्थ्य परिचर्चा तथा रंगोली ग्रुप द्वारा अंताक्षरी जैसे कार्यक्रम भी पेश किए गए।
रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहा कि महिला दिवस केवल एक समारोह नहीं है बल्कि यह एक ऐसा दिवस है जब हर व्यक्ति को कथनी को करनी में बदलने के लिए शपथ लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसी बहुत सी महिलाएं है जिन्होंने सर्वोच्च प्रदर्शन किया है और ऐसी मिसालें पेश की हैं जिनका पुरुषों को अनुसरण करना चाहिए। इस तरह देश में एक नयी कार्य संस्कृति बनेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे की कई महिला कर्मचारियों ने प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर योगदान किया है।
श्री प्रभु ने कहा कि महिलाओं की कुशलता और उपलब्धियों को हर स्तर पर मान्यता दिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति सहानुभूति दिखाने के बजाय हमें उन्हें शक्ति सम्पन्न बनाना चाहिए और साक्षरता, शिक्षा, वित्तीय क्षेत्र में समानता देनी चाहिए।