शिव जी को देवों का देव महादेव कहा जाता है क्योंकि जब सारे देवता हार मान जानते हैं तो भोले बाबा ही हैं जो हर भंवर से नैय्या को पार लगाने में सहायता करते हैं। शिवजी की आराधना का मूल मंत्र तो ऊं नम: शिवाय ही है लेकिन इस मंत्र के अतिरिक्त भी कुछ मंत्र हैं जो महादेव को प्रिय हैं।
शिव को जल्द प्रसन्न करने का सबसे प्रभावशाली मंत्र है- महामृत्युंजय मंत्र। इस मंत्र का जाप करने से वैभव व ऐश्वर्य की कामना पूरी होती है। महामृत्युंजय मंत्र- ‘ऊं त्रयम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मोक्षिय मामृतात्।’ ऐसा चमत्कारी मंत्र है, जिसके नित्य जाप से कुंडली में मौजूद दोष दूर हो जाते हैं।
इस मंत्र के जाप से मांगलिक दोष, नाड़ी दोष, कालसर्प दोष, बुरी नजर दोष, रोग, दुःस्वप्न, वैवाहिक जीवन की समस्याएं, संतान बाधा आदि समस्या भी दूर होती हैं। जो जातक भक्तिपूर्वक इस मंत्र का जाप करते हैं, उसे अकाल मृत्यु का भय नहीं सताता, उम्र बढ़ती है। इस मंत्र को जीवन प्रदाता मंत्र भी कहा गया है।
महामृत्युजंय मंत्र का नित्य जाप व शिव पूजन करने से स्वास्थ उत्तम बना रहता है। अगर किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो वह रोग दूर हो जाता है। यदि आर्थिक समस्या बनी रहती है, धन हानि होती है, व्यापार में लाभ नहीं होता, तो इस मंत्र का जाप करने से धन-दौलत और वैभव प्राप्त होता है।
इस मंत्र का निरंतर जाप करने वाले जातकों को समाज में उच्च स्थान मिलता है। समाज में सम्मान बना रहता है, ख्याति फैलती है, नौकरी या कारोबार में तरक्की होती है, जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है व सुख-समृद्धि बढ़ती है।
ऐसे जातक जो निःसंतान है। वह प्रतिदिन शिव को जल अर्पित करने के साथ-साथ इस मंत्र का जाप करें, तो जल्द सुंदर संतान की प्राप्ति होगी। धन-हानि हो रही हो तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
शास्त्रों के अनुसार, इस मंत्र का जप करने के लिए सुबह 2 से 4 बजे का समय सबसे उत्तम माना गया है, लेकिन अगर आप इस समय मंत्र जाप नहीं कर पाते हैं, तो सुबह उठकर स्नान कर साफ कपडे़ पहने, फिर कम से कम पांच बार रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जाप करें।
अगर आपकी कुंडली में किसी भी तरह से मृत्यु दोष या मारकेश है, तो इस मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जप करने से किसी भी तरह की महामारी से बचा जा सकता है, साथ ही मंत्र जाप पारिवारिक कलह, संपत्ति विवाद से भी बचता है।
इस मंत्र में आरोग्यकर शक्तियां है, जिसके जाप से ऐसी ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो आपको मृत्यु के भय से मुक्त कर देती है, इसीलिए इसे मोक्ष मंत्र भी कहा जाता है। इस मंत्र के जप से शिव की कृपा प्राप्त होती है।
आपको व्यापार में घाटा हो रहा है, तो महामृत्युजंय मंत्र का जाप करें, लाभ होने लगेगा। भविष्य पुराण में कहा गया है कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से अच्छा स्वास्थ्य, धन, समृद्धि और लंबी उम्र मिलती है।