नई दिल्ली: हैदराबाद स्थित देश के प्रतिष्ठित मिसाइल कांप्लेक्स का नाम अब ‘डा. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कांप्लेक्स’ होगा। रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर इस कांप्लेक्स को नया नाम देंगे। ‘मिसाइल मैन’ के नाम से प्रख्यात डा. कलाम की 84वीं जयंती के अवसर पर कल अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) में यह ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा। डा. कलाम 1982 में डीआरडीओ के मिसाइल कांप्लेक्स से जुड़े और करीब दो दशक तक इसका हिस्सा रहे। इस मिसाइल कांप्लेक्स में उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला यानी एडवांस सिस्टम लेबोरेटरी (एएसएल), रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) और अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) है, जिन्हें डा. कलाम के दिमाग की ही उपज माना जाता है। संस्थापक निदेशक के रूप में डॉ कलाम ने इसकी कल्पना की और महत्वपूर्ण मिसाइल प्रौद्योगिकी के एक जनरेटर के रूप में आरसीआई को चलाया।
श्री पर्रिकर आरसीआई की दो उन्नत अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे। ये हैं डुंडीगल में आउटडोर आरसीएस परीक्षण केंद्र ‘औरेंज’ और आरसीआई हैदराबाद में कौटिल्य उन्नत अनुसंधान केंद्र। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार और आरसीआई के निदेशक डा. जी सतीश रेड्डी के साथ-साथ अन्य गणमान्य वैज्ञानिक, लैब निदेशक, प्रोजेक्ट डायरेक्टर्स, वरिष्ठ अधिकारी और डीआरडीओ के कर्मचारी उपस्थित रहेंगे।