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सफलता का एक मात्र सूत्र कठिन परिश्रम, परिश्रम सही दिशा में होना चाहिए: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सफलता का एक मात्र सूत्र कठिन परिश्रम है। परिश्रम सही दिशा में होना चाहिए। जीवन में सफलता के लिए शॉर्टकट का प्रयोग कभी भी स्थायी परिणाम तक नहीं पहुंचा सकता। हम क्या हासिल करना चाहते हैं, यह तय करते हुए उस दिशा में किए जाने वाले सार्थक प्रयास से ही हम परिणाम पर पहुंच सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति अपने सभी काम समय पर करता है तो उसी के सामने परिणाम भी आते हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान समारोह के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न बोर्डों के हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट के टॉपर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। अमर उजाला द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ‘सी0एम0 सर की क्लास’ के अन्तर्गत विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री जी से प्रश्न पूछे। मुख्यमंत्री जी ने सभी विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। मुख्यमंत्री जी ने 02 मेधावी छात्रों को ई-स्कूटी प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने लकी ड्रॉ के माध्यम से भी 03 विद्यार्थियों को ई-स्कूटी प्रदान की।
मुख्यमंत्री जी ने सभी मेधावी छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि अमर उजाला द्वारा वर्ष 2013 से मेधावी छात्र सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा है। अमर उजाला द्वारा श्री अतुल माहेश्वरी तथा श्री डोरीलाल अग्रवाल के नाम पर मेधावी छात्रों के प्रोत्साहन के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। आज के इस मेधावी छात्र सम्मान समारोह में विद्यार्थियों ने जो प्रश्न पूछे हैं, वह उनकी जिज्ञासा है। यह इस बात की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करता है कि विद्यार्थियों के मन में आगे बढ़ने की जो लगन है, वह उनका मार्ग अवश्य प्रशस्त करेगी। हमें आगे बढ़ने के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करना ही होगा। यह सम्मान समारोह इस बात की भी प्रेरणा देता है कि हम आने वाले समय में चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ें। वर्तमान में लोगों के पास साधन और सुविधाएं बढ़ी हैं। इनका भरपूर उपयोग करते हुए सभी विद्यार्थियों को आगे का रास्ता निकालना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार ने विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए अनेक अभिनव प्रयास प्रारम्भ किए हैं। सभी विद्यार्थियों को इनसे जुड़ना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा संचालित सरकारी एवं एडेड कॉलेज में अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा तथा अच्छे शिक्षकों की तैनाती की गयी है। प्रोजेक्ट अलंकार के माध्यम से सैकड़ों करोड़ रुपये अच्छे भवन, लैब तथा लाइब्रेरी बनाने के लिए दिए गए हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सभी जनपदों में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना प्रारम्भ की गयी है। इसके तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को फिजिकल और वर्चुअल दोनों माध्यमों से निःशुल्क कोचिंग दी जाती है। इस योजना ने पिछले 03 वर्षों में बहुत अच्छे परिणाम दिए हैं। विद्यार्थियों को उनका लाभ लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी विद्यार्थी सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का लाभ लें। अपना लक्ष्य तय करें और उसके लिए निरन्तर परिश्रम करें। विद्यार्थियों को अपने शिक्षकों तथा अभिभावकों से अपनी बात कहने में संकोच नहीं करना चाहिए। आज उन्हें बहुत अच्छा माहौल प्राप्त हो रहा है। सरकार, स्थानीय प्रशासन, मीडिया तथा समाज का हर तबका इस दिशा में प्रयास कर रहा है और विद्यार्थियों के सहयोग के लिए खड़ा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 ने नये क्षेत्रों के द्वार खोले हैं। यह नीति भारत को दुनिया का विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने का माध्यम बन सकती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज का यह सम्मान समारोह पूरे प्रदेश में हो रहा है। इसे केवल औपचारिक आयोजन नहीं मानना चाहिए, बल्कि इसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए। विद्यार्थियों को अपने सम्मान को बरकरार रखते हुए आगे और क्या अच्छे प्रयास किए जा सकते हैं, इसका आकलन करना चाहिए। विगत 01-02 वर्ष में विद्यार्थियों ने जो मेहनत की है, वह कितनी सार्थक थी, वह और क्या कुछ कर सकते थे, इसका आकलन भी उन्हें करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तनाव को अपने बीच में नहीं आने देना चाहिए। किताबी कीड़ा बनने की आवश्यकता नहीं है। विद्यार्थियों को अपने लिए समय निकालना चाहिए। अपने जीवन में निश्चित दिनचर्या को अपनाएं। नियम-संयम से रहें तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनें। यदि सभी विद्यार्थी अपने काम समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाते हैं तो यह उनके जीवन को अनुशासित बनाएगा। इससे विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम को सहजता और सरलता के साथ पूरा करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शिक्षकों को भी अपनी शिक्षण पद्धति में नयापन लाना चाहिए। पाठ्यक्रम को कठिन और उबाऊ बनाने के बजाय सहज और सरल रूप से पढ़ाने के माध्यम खोजने चाहिए। आपकी क्लास सबसे रोचक होनी चाहिए। इस दिशा में शिक्षकों द्वारा कौन से कदम उठाए जा सकते हैं, इसके प्रयास उन्हें करने चाहिए। छोटे-छोटे उद्धरणों, लोकोक्तियों तथा मुहावरों के माध्यम से कक्षा को आसान बनाकर रोचक क्लास में बदला जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज का यह सम्मान समारोह सभी विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को और मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। मुख्यमंत्री जी ने अमर उजाला समूह का आह्वान करते हुए कहा कि यह समाचार पत्र युवाओं के लिए एक पेज निकाले। युवा कल के नहीं, बल्कि आज के नागरिक हैं, उनकी अपेक्षाएं तथा आकांक्षाएं हैं। उन्हें देश और दुनिया की सही जानकारी के साथ ही, पाठ्यक्रम के बारे में सही जानकारी, अच्छी संस्थाओं के बारे में जानकारी तथा अच्छे शिक्षकों की जानकारी की आवश्यकता होती है। यदि मीडिया इस भूमिका का निर्वहन करे तो मीडिया और युवा शक्ति मिलकर बहुत कुछ परिवर्तन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने ‘सी0एम0 सर की क्लास’ के अन्तर्गत विद्यार्थियों के प्रश्नों का उत्तर भी दिया। उन्होंने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए कहा कि हमें चुनौतियों से हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। शालीनता के साथ लक्ष्य को ध्यान में रखकर किए गए परिश्रम से हम मंजिल तक पहुंच सकते हैं। यदि मार्ग में बाधाएं हैं तो यह समझना चाहिए कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सभी विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ‘एग्जाम वॉरियर’ पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए। जीवन के किसी भी क्षेत्र में यह पुस्तक गाइड का काम कर सकती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर अभिभावक की इच्छा होनी चाहिए कि उनका बच्चा अच्छा इंसान बने। उनका बच्चा समाज तथा देश के बारे में जिम्मेदारियों का निर्वहन करना सीख जाए। अच्छा इंसान बनने के लिए घर से ही शुरुआत करने की आवश्यकता है। एक अच्छा इंसान बनकर पीड़ित लोगों के साथ खड़े होने में ही जीवन की सार्थकता है। भौतिक उपलब्धि कभी भी लोगों को संतुष्ट नहीं कर सकती है। एक गरीब की दुआ और आशीर्वाद हमारे जीवन को प्रशस्त करने में बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि भारत को प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप वर्ष 2047 में विकसित राष्ट्र बनाना है तो हमें अपने कर्तव्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करने का प्रयास करना चाहिए। भारत ने दुनिया को विपरीत परिस्थितियों में नेतृत्व दिया है। हमें भी अपने आपको तैयार करना होगा। देश और समाज के लिए समर्पित टीम की आवश्यकता है, जो बिना भेदभाव तथा लाभ-हानि की चिंता किए बगैर लक्ष्य प्राप्ति के लिए आगे बढ़ सके। हमारी युवा शक्ति इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2018 में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के रूप में एक अभिनव कार्यक्रम प्रारम्भ किया था। यह प्रधानमंत्री जी की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने का एक अभिनव प्रयास है। इसने रोजगार का सृजन किया है और उत्तर प्रदेश का एक्सपोर्ट बढ़ाया है। जब व्यक्ति आत्मनिर्भर होगा, तो परिवार, समाज, राज्य तथा राष्ट्र भी आत्मनिर्भर होगा। यह सभी एक दूसरे से जुड़े हैं। आत्मनिर्भर भारत के लिए एक सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। इसमें एकता महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, टीमवर्क भी उतना महत्वपूर्ण है। स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन, निवेश तथा प्रति व्यक्ति आय बढ़ाना आत्मनिर्भरता की दिशा में किये जाने वाले प्रयास हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 में भारत दुनिया की 11वीं अर्थव्यवस्था थी। यह गौरव की बात है कि जिस ब्रिटेन ने हम पर लगभग 200 वर्षां तक शासन किया उसे पीछे कर भारत अपनी आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यस्था बना है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अगले तीन वर्षां में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश भी देश की छठी अर्थव्यवस्था था। आज यह देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश है। इसके लिए सामूहिक प्रयास किये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजनीति में अच्छे समाजसेवियों, शिक्षाविदों, अधिवक्ताओं, चिकित्सकों, पत्रकारों तथा किसानों को आना चाहिए। इससे एक स्वस्थ चर्चा-परिचर्चा को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। सभी विद्यार्थी अपने-अपने क्षेत्र में मेहनत करें, अपना करियर चुनें। उनके कार्य खुद ही उन्हें राजनीति की ओर ले जाएंगे। हम पद के पीछे न भागें, बल्कि इतनी मेहनत करें कि पद हमारे पीछे-पीछे आए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी स्कूल और कॉलेजों में एक समाचार पत्र जरूर रहे। समाचार पत्र लाइब्रेरी का हिस्सा बने। विद्यार्थी अपने परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ-साथ समाचार पत्रों का अध्ययन करें। टेक्नोसेवी बनें, साथ ही अपने फील्ड में भी पारंगत बनें। तकनीक हमें न चलाए, बल्कि हम तकनीक का प्रयोग अपने अनुरूप करें।
समारोह को माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गुलाब देवी तथा अमर उजाला के सम्पादक श्री विजय त्रिपाठी ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संदीप सिंह, व्यवसायिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित वरिष्ठ अधिकारी, अमर उजाला समूह के पदाधिकारीगण, विद्यार्थी, अभिभावक तथा शिक्षक उपस्थित थे।

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