नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय और डाक विभाग ने देश के नागरिकों को पासपोर्ट संबंधी सेवाएं मुहैया कराने के लिए 24 जनवरी, 2017 को विभिन्न राज्यों में अवस्थित मुख्य डाकघरों (एचपीओ) का उपयोग डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) के रूप में करने के अपने निर्णय की घोषणा की थी। इस भागीदारी का उद्देश्य बड़े पैमाने पर पासपोर्ट संबंधी सेवाएं उपलब्ध कराना है। विस्तृत क्षेत्र की कवरेज सुनिश्चित करना भी इसका एक अन्य उद्देश्य है।
विदेश मंत्रालय और डाक विभाग के इस संयुक्त उद्यम की पॉयलट परियोजनाओं का उद्घाटन 25 जनवरी, 2107 को कर्नाटक के मैसूर स्थित एचपीओ में रसायन एवं उर्वरक और संसदीय कार्य मंत्री श्री अनंत कुमार द्वारा और गुजरात के दाहोद स्थित डाकघर में विदेश राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी. के. सिंह और भारत सरकार के जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री जसवंतसिंह सुमनभाई भाभौर द्वारा किया गया था। इन दोनों स्थानों पर डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों के उद्घाटन के बाद से ही इनका संचालन सफलतापूर्वक हो रहा है। इनमें से प्रत्येक डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र के लिए प्रतिदिन 100 नियुक्तियां की जा रही हैं।
इन दोनों पॉयलट परियोजनाओं के सफल संचालन के साथ ही सरकार ने अब इस कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके तहत विस्तारीकरण के प्रथम चरण के तहत निम्नलिखित स्थानों पर 56 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जायेंगे।
56 नये डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों की पूरी सूची देखने के लिए अंग्रेजी की विज्ञप्ति देखें।