गोवा: डेफएक्स्पो-2016 के अंतिम दिन लोगों ने बहुत बड़ी तादाद में पहुंचकर इस आयोजन को शानदार सफलता दिलायी। बहुत से आंगुतक जहां गोवा के दूर-दराज के इलाकों और आसपास के जिलों से यहां पहुंचे, वहीं इस प्रदर्शनी को स्थानीय आबादी से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली, जो पारिवारिक समूहों के साथ इसे देखने पहुंचे। स्कूलों और कॉलेजों की ओर से समूहों में आने वाले छात्रों का उत्साह देखते ही बनता था और प्रदर्शनी स्ल पर आने वाले युवा रक्षा प्रौद्योगिकी के प्रति जिज्ञासु दिखे और उन्होंने इसमें काफी दिलचस्पी दिखायी।
भारतीय वायुसेना की सारंग एयरोबेटिक डिस्प्लै टीम के प्रदर्शन, हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) (एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा विकसित किया जा रहा), मेन बैटल टैंक्स अर्जुन मार्क- I और मार्क – II , व्हील्ड ऑर्मर्ड प्लेटफॉर्म और स्केंडिनावियन डिस्प्लै टीम के प्रदर्शन, ने दर्शकों का मन मोह लिया।
डेफएक्स्पो-2016 का आयोजन दिल्ली से बाहर पहली बार दक्षिण गोवा के क्यूपेम तालुका में किया गया और चार दिन की गहमा-गहमी से भरपूर गतिविधियों के बाद यह प्रदर्शनी आज संपन्न हो गयी। यह प्रदर्शनी ‘मेक इन इंडिया’ के रेखांकित थीम के साथ देश में अपने किस्म की विशालतम प्रदर्शनी रही जिसमें 1055 कंपनियों (जिसमें भारतीय कंपनियों की संख्या विदेशी कंपनियों से ज्यादा रही), 900 से ज्यादा शिष्टमंडल दौरे और 47 देशों ने भाग लिया। इतने बड़े पैमाने का आयोजन मेजबान राज्य गोवा में जनता और विविध एजेंसियों के तहे दिल से समर्थन तथा होटल एवं संपर्क जैसे पर्यटन/व्यापारिक बुनियादी ढांचे की उपलब्धता के कारण संभव हो सका। गोवा की जनता ने एक बार फिर से शानदार मेजबान होने की अपनी साख कायम रखी।