देहरादून: मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने कहा है कि आज के रेल बजट ने उत्तराखण्डवासियों को फिर से निराश किया है। उन्होंने भाजपा के पांचों सांसदो से त्याग देने की मांग की है। श्री कुमार ने कहा कि भाजपा सांसद केवल
मंत्री पद की दौड़ मे व्यस्त रहे है, जिस कारण आज के रेल बजट में उत्तराखण्ड को कुछ भी नही मिला है। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के पांचों सांसद केन्द्र ठीक प्रकार से पैरवी करते तो शायद उत्तराखण्ड को भी रेल बजट में स्थान मिलता। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पत्र लिखकर भी केन्द्रीय रेल मंत्री से अनुरोध किया था कि उत्तराखण्ड सीमांत राज्य है और यहां पर रेल परियोजनाओं के विस्तार की अत्याधिक आवश्यकता है। मुख्यमंत्री स्वयं भी केन्द्रीय रेल मंत्री से मिले थे। केन्द्रीय रेल मंत्री द्वारा आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन शायद उत्तराखण्ड के पांचों सांसद मुख्यमंत्री की इस पहल को आगे नही बढ़ा पाये। भाजपा के पांचों सांसदों को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि प्रदेशवासियों के लिए उन्होंने अब तक क्या किया है। उत्तराखण्ड के हित से संबंधित जितने भी प्रकरण केन्द्र सरकार के पास अटके हुए उनमें से किसी भी प्रकरण के समाधान के लिए भाजपा सांसदों ने कोई रूचि नही दिखायी है। श्री कुमार ने कहा कि जिस प्रकार से आज के रेल बजट में उत्तराखण्ड की अनदेखी हुई है, उसके लिए पांचों भाजपा सांसद त्याग पत्र दे। साथ ही प्रदेश की जनता से मांफी मांगे।