नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने पांडिचेरी विश्वविद्यालय के 27वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि कोई विश्वविद्यालय हो या अन्य संस्था, आखिरकार हम सभी समाज का हिस्सा हैं और हम सबकी समाज के प्रति जिम्मेदारी है। उन्होंने यह जानकर खुशी जताई कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी परियोजनाओं ने पहले ही उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की हैं, जिसमें पांडिचेरी विश्वविद्यालय सामुदायिक महाविद्यालय में रक्तदान, अंग-दान, नेत्र-जांच, फोटो-प्रदर्शनी और स्वास्थ्य-जांच जैसी सामुदायिक सेवाएं शामिल हैं। उन्हें यह जानकर भी प्रसन्नता हुई कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय अपने परिसर में स्वच्छ भारत योजना लागू करने वाला पहला विश्वविद्यालय बनने वाला है।
राष्ट्रपति ने कहा कि ग्रामीण युवाओं की मदद के लिए सामुदायिक महाविद्यालय खोलने का पांडिचेरी विश्वविद्यालय का कदम सराहनीय है। पांडिचेरी विश्वविद्यालय सामुदायिक महाविद्यालय का आदर्श वाक्य, “कौशल निर्माण के जरिये रोजगार के लिए शिक्षा” है। स्थानीय समुदाय की जरूरतों और मांगों के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियां बनाई गई है। इस महाविद्यालय का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से समुदाय की मांग पर आधारित रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रम प्रदान करना है।