लखनऊः जनपद आजमगढ के ग्राम फरिहा थाना निजामाबाद में अनुसूचित जाति की नाबालिग बालिका के साथ गांव के ही दबंग सफीखान द्वारा मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी गयी। वह लगातार उस बालिका को तंग कर रहा था और घटना के दिन भी उसे अकेली पाकर उसके घर में घुस गया और लडकी के साथ मारपीट और अपने कुत्सित उद्देश्य में सफल न होने पर उसके द्वारा मिट्टी का तेल डालकर बालिका को आग लगा दी। अभियुक्त को आजमगढ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बालिका को जिला पुलिस अस्पताल ले गयी और वहा पर सुविधा उपलब्ध न होने के कारण वाराणसी बी0एच0यू0 ले जाया गया उसके बाद उसे शिव प्रसाद गुप्त अस्पताल,वाराणसी लाया गया जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
इस घटना की सूचना मिलते ही उ0प्र0अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री बृजलाल आज वाराणसी अस्पताल जाकर पीडिता तथा उसके पिता एवं इलाज कर रहे चिकित्सकों से जानकारी की तथा बालिका जो 80 प्रतिशत जल गयी है, का बेहतर इलाज करने हेतु सम्बधित चिकित्सकों को निर्देष दिये। उन्होने बताया कि बालिका का पिता बहुत गरीब व्यक्ति है उसके पास 6 विसवां जमीन है पत्नी फालिस रोग से ग्रसित है। घर का खर्च वे गांव में बच्चों के खाने की चीजें बेचकर अपना भरण पोषण करते है।
आयोग के अध्यक्ष श्री बृजलाल जनपद आजमगढ पीडिता के गाॅंव फरिहा पहुंचकर पीडिता की माॅं व अन्य लोगों से घटना की विस्तृत जानकारी की। उन्होने जनपद आजमगढ के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि पीडिता को जो धनराषि नियमानुसार अनुदान के रूप में देय है उसे तुरन्त दिलायी जाय और पीडिता के पिता को ग्राम समाज की भूमि से पट्टा दिया जाय, साथ ही साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसे यदि मकान न दिया गया हो तो तुरन्त उक्त योजना के अन्तर्गत एक मकान पीडिता के पिता को दिया जाय। उन्होेने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये है कि मुकदमे की विवेचना तथा अनुश्रवण पुलिस अधीक्षक व पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ स्वयं करेंगे जिससे विवेचना में कोई लापरवाही नही होने पाये। उन्होने कहा कि पीडिता के परिवारीजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करायी जायेगी।