नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी से गिरते कच्चे तेल के दाम का फायदा उठाते हुए सरकार ने आज पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर वृद्धि की। बावजूद इसके पेट्रोलियम का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों ने पेट्रोल 2.42 रुपये और डीजल 2.25 रुपये प्रति लीटर सस्ता कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम पिछले छह साल के निचले स्तर तक गिर चुके हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल, डीजल के दाम में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है।
हालांकि, सरकार ने इस कमी का पूरा लाभ जनता को देने के बजाय इस अवसर का लाभ राजस्व बढ़ाने में भी किया है। इसके तहत पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क आज दो-दो रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया गया। पिछले नवंबर के बाद डीजल पेट्रोल पर आज चौथी बार उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया है।
वित्तमंत्रालय की आज जारी अधिसूचना के अनुसार बिना-ब्रांड वाले पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 8.95 रुपये लीटर और बिना-ब्रांड के डीजल पर बढ़ाकर 7.96 रुपये लीटर कर दिया गया।
उत्पाद शुल्क वृद्धि के बावजूद पेट्रोल के खुदरा मूल्य में 2.42 रुपये और डीजल के खुदरा मूल्य में 2.25 रुपये लीटर कटौती की गई है। इस कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 58.91 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 48.26 रुपये लीटर होगा।
उत्पाद शुल्क में चार बार की गई वृद्धि से सरकारी खजाने में 20,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व पहुंचेगा। इससे सरकार को राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.1 प्रतिशत पर रखने में मदद मिलेगी।
उत्पाद शुल्क में आज की गई वृद्धि को मिलाकर पेट्रोल में 7.75 रुपये और डीजल में 6.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती का लाभ जनता को नहीं मिल पाया।
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