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प्रधानमंत्री ने जनपद वाराणसी में किसान सम्मान सम्मेलन को सम्बोधित किया

उत्तर प्रदेशदेश-विदेश

लखनऊ : भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद तथा काशीवासियों के असीम स्नेह से, उन्हें तीसरी बार देश का प्रधान सेवक बनने का सौभाग्य मिला है। भारत में 18वीं लोकसभा के लिए हुआ यह चुनाव, भारत के लोकतंत्र की विशालता सामर्थ्य, व्यापकता तथा लोकतंत्र की जड़ों की गहराई को दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। इस चुनाव में देश के 64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने मतदान किया है। पूरी दुनिया में इससे बड़ा चुनाव कहीं और नहीं होता है।
प्रधानमंत्री जी आज जनपद वाराणसी में किसान सम्मान सम्मेलन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी सम्मिलित हुए। प्रधानमंत्री जी ने देश के 09 करोड़ 26 लाख से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 17वीं किस्त का ऑनलाइन हस्तान्तरण किया। कार्यक्रम में 30 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों को कृषि सखी के प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। प्रधानमंत्री जी ने प्रतीक स्वरूप 05 कृषि सखियों को कृषि विस्तार सहयोगी का पूर्णता प्रमाण पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी को अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया। 03 किसानों ने भी प्रधानमंत्री जी को सम्मानित किया। कार्यक्रम में 732 कृषि विज्ञान केन्द्र, 01 लाख से अधिक प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां तथा देश के 05 लाख कॉमन सर्विस सेन्टरों के माध्यम से ढाई करोड़ से अधिक किसान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इस चुनाव में 31 करोड़ से ज्यादा महिलाओं ने हिस्सा लिया है। यह एक देश में महिला वोटर्स की संख्या के मामले में पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। यह संख्या अमेरिका की पूरी आबादी के आसपास है। भारत के लोकतंत्र की यही खूबसूरती और ताकत पूरी दुनिया को आकर्षित तथा प्रभावित करती है। यह बनारस के लोगों के लिए भी गर्व की बात है। काशी के लोगों ने सिर्फ एम0पी0 नहीं, बल्कि तीसरी बार पी0एम0 भी चुना है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इस जनादेश ने एक नया इतिहास रचा है। दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में ऐसा बहुत कम ही देखा गया है कि कोई चुनी हुई सरकार लगातार तीसरी बार वापसी करे। इस बार भारत की जनता ने यह भी करके दिखाया है। ऐसा भारत में 60 साल पहले हुआ था, तब से भारत में किसी सरकार ने इस तरह हैट्रिक नहीं लगाई थी। भारत जैसे देश में जहां युवा आकांक्षा बहुत बड़ी है, जहां जनता के अथाह सपने हैं, वहां लोग अगर किसी सरकार को 10 साल के काम के बाद फिर सेवा का अवसर देते हैं, तो यह बहुत बड़ी जीत और बहुत बड़ा विश्वास है। आपका यह विश्वास मेरी बहुत बड़ी पूंजी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने किसान, नौजवान, नारी शक्ति और गरीब को विकसित भारत का मजबूत स्तम्भ माना है। अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत उन्होंने इन्हीं के सशक्तिकरण से की है। सरकार बनते ही सबसे पहला फैसला किसान और गरीब परिवारों के लिए लिया गया है। देशभर में गरीब परिवारों के लिए 03 करोड़ नए घर बनाना या पी0एम0 किसान सम्मान निधि को आगे बढ़ाना, यह फैसले करोड़ों लोगों की मदद करेंगे। आज का यह कार्यक्रम भी विकसित भारत के इसी रास्ते को सशक्त करने वाला है। आज इस कार्यक्रम में काशी के साथ ही देश के गांवों के लोग जुड़े हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज देशभर के करोड़ों किसानों के बैंक खातों में पी0एम0 किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपये पहुंचे हैं। आज 03 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की ओर भी बड़ा कदम उठाया गया है। कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका, उन्हें सम्मान और आय के नए साधन, दोनों सुनिश्चित करेंगे। पी0एम0 किसान सम्मान निधि आज दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम बन चुकी है। अभी तक देश के करोड़ों किसान परिवारों के बैंक खाते में सवा 03 लाख करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। जनपद वाराणसी के किसानों के खाते में भी 700 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। पी0एम0 किसान सम्मान निधि में सही लाभार्थी तक लाभ पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल हुआ है। कुछ महीने पहले ही विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी एक करोड़ से अधिक किसान इस योजना से जुड़े हैं। सरकार ने पी0एम0 किसान सम्मान निधि का लाभ पाने के लिए कई नियमों को भी सरल किया है। जब सही नीयत और सेवा की भावना होती है, तो ऐसे ही तेजी से किसानों तथा जनहित के काम होते हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में पूरी कृषि व्यवस्था की बड़ी भूमिका है। हमें वैश्विक रूप से सोचना होगा तथा ग्लोबल मार्केट को ध्यान में रखना होगा। हमें दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनना है और कृषि निर्यात में अग्रणी बनना है। बनारस का लंगड़ा आम, जौनपुर की मूली, गाजीपुर की भिण्डी जैसे अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट में पहुंच रहे हैं। ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से एक्सपोर्ट बढ़ रहा है और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी का हो रहा है। अब हमें पैकेज्ड फूड के ग्लोबल मार्केट में देश को नई ऊँचाई पर ले जाना है। मेरा सपना है कि दुनिया की हर डायनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न या फूड प्रोडक्ट होना ही चाहिए। इसलिए हमें खेती में भी ‘जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट’ के मंत्र को बढ़ावा देना है। मोटे अनाज-श्री अन्न का उत्पादन, औषधीय गुण वाली फसल या फिर प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ना हो, पी0एम0 किसान समृद्धि केन्द्रों के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि माताओं-बहनों के बिना खेती की कल्पना भी असंभव है। इसलिए अब खेती को नई दिशा देने में माताओं-बहनों की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी की तरह ही कृषि सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है। हमने आशा कार्यकर्ता के रूप में तथा बैंक सखियों के रूप में डिजिटल इण्डिया बनाने में बहनों की भूमिका देखी है। अब हम कृषि सखी के रूप में खेती को नई ताकत मिलते हुए देखेंगे। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाणपत्र दिए गए हैं। अभी 12 राज्यों में यह योजना शुरू हुई है। आने वाले समय में पूरे देश में हजारों समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। यह अभियान 03 करोड़ लखपति दीदियां बनाने में भी मदद करेगा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में केन्द्र सरकार और पिछले 07 साल से राज्य सरकार ने काशी के किसानों के लिए पूरे समर्पण भाव से काम किया है। काशी में बनास डेयरी संकुल की स्थापना, किसानों के लिए पेरिशेबल कार्गो सेन्टर, विभिन्न कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र तथा इण्टीग्रेटेड पैक हाउस इन सभी के कारण काशी और पूर्वांचल के किसान बहुत मजबूत हुए हैं और उनकी कमाई बढ़ी है। बनास डेयरी ने बनारस और आसपास के किसानों और पशुपालकों का भाग्य बदलने का काम किया है। आज यह डेयरी हर रोज करीब 03 लाख लीटर दूध जमा कर रही है। अकेले बनारस के ही 14 हजार से ज्यादा पशुपालक परिवार इस डेयरी के साथ रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अब बनास डेयरी अगले एक से डेढ़ साल में काशी के ही 16 हजार और पशुपालकों को अपने साथ जोड़ने जा रही है। बनास डेयरी आने के बाद बनारस के अनेकों दूध उत्पादकों की कमाई में भी 05 लाख रुपए तक की वृद्धि हुई है। हर साल किसानों को बोनस भी दिया जा रहा है। पिछले साल भी 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का बोनस पशुपालकों के बैंक खाते में भेजा गया था। बनास डेयरी किसानों को अच्छी नस्ल की गिर और साहीवाल गायें भी दे रही है। इससे भी उनकी आमदनी बढ़ी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बनारस में मछलीपालकों की आय बढ़ाने के लिए भी हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। पी0एम0 मत्स्य सम्पदा योजना से सैकड़ों किसानों को लाभ हो रहा है। उन्हें अब किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी मिल रही है। यहां चंदौली में करीब 70 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक फिश मार्केट का निर्माण भी किया जा रहा है। इससे भी बनारस के मछली पालन से जुड़े किसानों को मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि ‘पी0एम0 सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ को भी बनारस में जबरदस्त सफलता मिल रही है। यहां के लगभग 40 हजार लोग इस योजना के तहत रजिस्टर हुए हैं। बनारस के 2100 से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लग चुका है। अभी 03 हजार से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है। जो घर ‘पी0एम0 सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ से जुड़े हैं उनमें से ज्यादातर को डबल फायदा हुआ है। उनका बिजली बिल जीरो हो गया है, साथ ही, 02-03 हजार रुपए की कमाई भी होने लगी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विगत 10 सालों में बनारस शहर और आसपास के गांवों में कनेक्टिविटी के कार्यां से भी बहुत मदद हुई है। आज काशी में देश के सबसे पहले सिटी रोप-वे प्रोजेक्ट का काम अपने आखिरी पड़ाव तक पहुंच रहा है। गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर को जोड़ती रिंग रोड विकास का रास्ता बन गई है। फुलवरिया और चौकाघाट के फ्लाईओवर बनने से जाम से राहत मिली है। काशी, बनारस और कैंट के रेलवे स्टेशन अब एक नए रूप में पर्यटकों और बनारसी लोगों का स्वागत कर रहे हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट का नया रूप न सिर्फ यातायात, बल्कि व्यापार को भी बहुत सहूलियत दे रहा है। गंगा घाटों का विकास, बी0एच0यू0 में नई स्वास्थ्य सुविधाएं, शहर के कुण्डों का नवीन रूप, और वाराणसी में जगह-जगह विकसित होती नई व्यवस्था काशीवासियों को गौरव की अनुभूति कराती हैं। काशी में स्पोर्ट्स को लेकर हो रहे कार्य, नए स्टेडियम का निर्माण भी युवाओं के लिए नए मौके बना रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि काशी संस्कृति, ज्ञान तथा सर्वविद्या की राजधानी रही है। इनके साथ ही काशी एक ऐसी नगरी बनी है, जिसने सारी दुनिया को यह दिखाया है कि हेरिटेज सिटी भी अर्बन डेवलपमेण्ट का नया अध्याय लिख सकता है। ‘विकास भी और विरासत भी’ का मंत्र काशी में हर तरफ दिखाई देता है। इस विकास से सिर्फ काशी का ही लाभ नहीं हो रहा है, बल्कि पूरे पूर्वांचल के जो परिवार काशी में अपने कामकाज और जरूरतों के लिए आते हैं, उन सभी को भी इनसे बहुत मदद मिलती है। बाबा विश्वनाथ की कृपा से काशी के विकास की यह नई गाथा अनवरत चलती रहेगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी का लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के उपरान्त आज काशी आगमन हुआ है। देश की आजादी के 62 वर्षों बाद पहली बार यह अवसर आया है, जब किसी राजनेता ने अपने कार्यों के माध्यम से देश के प्रत्येक तबके के जीवन में व्यापक परिवर्तन किया है। अपनी लोकप्रियता के आधार पर लगातार तीसरी बार विजय प्राप्त करके श्री नरेन्द्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से भारत को दुनिया में एक नई पहचान दिलाई है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में एक नए भारत का दर्शन हम सभी कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश, देश की एक अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ते हुए कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार वर्ष 2014 में अन्नदाता किसान देश की राजनीति के एजेण्डे का हिस्सा बना। इस दौरान स्वॉयल हेल्थ कार्ड से लेकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तक अनेक योजनाओं ने किसानों के जीवन में परिवर्तन किया है। किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने की दिशा में जो प्रयास प्रारम्भ हुए, आज उसके परिणाम हमें दिखायी दे रहे हैं। तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने पर श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सबसे पहला कार्य अन्नदाता किसानों को समर्पित फाइल पर हस्ताक्षर किया। आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से देश के करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की सौगात मिल रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सभी ने बदलती हुई काशी को देखा है। काशी आज एक नए कलेवर और नई काया के साथ अपनी आध्यात्मिक पहचान को बनाए रखते हुए वैश्विक मंच पर नई पहचान बना रही है। काशी देश और दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। नई काशी के कायाकल्प के लिए विगत 10 वर्षों में हजारों करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। दुनिया ने काशी के बारे में आमजन की आस्था और श्रद्धा को मजबूत होते हुए देखा है। मुख्यमंत्री जी ने काशी सहित उत्तर प्रदेश और देश के अन्नदाता किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्राप्त होने की बधाई देते हुए कहा कि कल का तापमान बहुत ज्यादा था, भीषण गर्मी थी, लेकिन आज काशी का मौसम बहुत सुहावना हो गया है। आज प्रकृति और परमात्मा के सहयोग का अद्भुत क्षण है।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा हैं। प्रधानमंत्री जी का किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उत्पादन बढ़ाने तथा लागत घटाने पर जोर है। उत्पादन बढ़ाने के लिए सिंचाई की योजनाओं तथा नई तकनीक के प्रयोग से उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कृषि लागत घटाने के लिए अरबों रुपये की खाद सब्सिडी दी जाती है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारी सरकार किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध करा रही है।
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के रुप में हमें एक कुशल और सक्षम नेतृत्व प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री जी के पास किसानों को समर्थ और सक्षम बनाने के लिए एक दृष्टि है। उनके नेतृत्व में विगत 10 वर्षां में किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की गयी हैं। भारत सरकार की सभी योजनाआें को जमीनी स्तर पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री भागीरथ चौधरी, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री द्वय श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा श्री ब्रजेश पाठक, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा वरिष्ठ अधिकारी एवं किसान उपस्थित थे।

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