नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज शहरी विकास, पेयजल आपूर्ति तथा स्वच्छता मंत्रालयों, नीति आयोग और प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक में स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा की।प्रधानमंत्री को सभी राज्यों में शौचालय निर्माण की प्रगति की जानकारी दी गई। स्थिति की व्यापक समीक्षा के बाद प्रधानमंत्री ने संबद्ध अधिकारियों को विशेषकर ऐसे राज्यों के साथ समन्वय का निर्देश दिया जो शौचालय निर्माण के कार्य में पीछे हैं। नमामि गंगे कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया की गंगा नदी के किनारे की आबादियों में शौचालय निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के प्रति जागरुकता पैदा करने तथा मनोदशा में बदलाव के प्रयासों की समीक्षा करते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों के साथ आध्यात्मिक नेताओं को जोड़ा जाना चाहिए, विशेषकर जगन्नाथ यात्रा और कुंभ मेले जैसे समागमों के अवसर पर। उन्होंने कहा कि सरकारी माध्यमों के जरिए प्रेरणा के रुप में प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कारों का गठऩ किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों में क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेशों में भारतीय समुदाय में स्वच्छ भारत के प्रति बहुत दिलचस्पी पैदा हुई हैं और इसका लाभ हमें उठाना चाहिए।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री श्री वैंकेया नायडू तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री चौधरी बिरेन्द्र सिंह उपस्थित थे।