नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री ने उपस्थित प्राचार्यों से विद्या भारती की ‘मूल्य आधारित शिक्षा’ के प्रति समर्पित संस्थान वाली छवि को और
ज्यादा मजबूती से स्थापित करने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने प्राचार्यों से छात्रों के जीवन के प्रत्येक पहलु में उत्कृष्टता का समावेश करने का अनुरोध किया। उदाहरण के तौर पर उन्होंने प्राचार्यों से कहा कि वे ऐसे खिलाडि़यों को तैयार करने की दिशा में कार्य करें, जो 2020 ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीत सकें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विद्या भारती स्कूलों के छात्र समाज में, स्वच्छता (स्वच्छ भारत)और ऊर्जा संरक्षण (बिजली बचाओ) जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी कार्य कर सकते हैं। इस बात का वर्णन करते हुए कि एलईडी बल्ब बिजली बचाने में सहायक हो सकते हैं, उन्होंने विद्या भारती स्कूलों से उनका अधिकतम उपयोग करने को कहा। प्रधानमंत्री ने शिक्षा के समस्त पहलुओं में प्रौद्योगिकी को शामिल करने और इसके समस्त फायदों का पूरी तरह लाभ उठाने की जरूरत पर बल दिया। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए विभिन्न स्कूलों की प्ररेणादायक कहानियों को विद्या भारती स्कूल नेटवर्क में आसानी से साझा किया जा सकता है।