नई दिल्ली: आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि चेन्नई, कोलकाता, बैंग्लुरू, अहमदाबाद सहित देश के प्रमुख हवाई अड्डों के निजीकरण का कोई प्रस्ताव और योजना नहीं है।
बहरहाल, सरकार का विचार है कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के जरिए चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद और जयपुर हवाई अड्डों में संचालन, प्रबंधन और विकास की गतिविधि चलाई जाए। भारतीय हवाईपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने 30 दिसंबर, 2014 को रिक्वेस्ट फॉर क्वालीफिकेशन दस्तावेज जारी किया था।
चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद और जयपुर द्वारा पिछले तीन वर्षों के दौरान अर्जित राजस्व आय का ब्यौरा इस प्रकार है-
करोड़ रुपए में
हवाई अड्डा | 2012-13 | 2013-14 | 2014-15 (आरई)
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चेन्नई | 690.05 | 908.32 | 1022.80 |
कोलकाता | 357.05 | 630.62 | 668.93 |
अहमदाबाद | 196.23 | 217.93 | 229.72 |
जयपुर | 78.59 | 87.20 | 92.56 |