लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष उनके सरकारी आवास पर श्रम एवं सेवायोजन विभाग द्वारा सेवायोजन से सम्बन्धित वर्तमान पोर्टल के विस्तार तथा सेवा मित्र एप के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस पोर्टल/एप का उद्देश्य कामगारों का सेवायोजन, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना तथा स्वतः रोजगार के अवसर सृजित करना है। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल/एप के माध्यम से स्वरोजगार के लिए प्रयास करने वाले कामगारों को अपना शोरूम इत्यादि खोलने के लिए ऋण उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था इसी पोर्टल पर की जाए। पोर्टल से बैंकों को जोड़ा जाए, ताकि कामगार उनसे ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ऐसे कामगार, जो ग्राहक के आवास पर जाकर इस पोर्टल/एप के माध्यम से सेवाएं देंगे, उनका चरित्र सत्यापन पुलिस के माध्यम से आॅनलाइन कराया जाए। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल/एप पर माइग्रेण्ट लेबर के साथ-साथ लोकल लेबर का भी डेटा उपलब्ध कराया जाए, ताकि रोजगार के अधिक से अधिक अवसर कामगारों को उपलब्ध हो सकें। उन्होंने जनपदों में स्थापित सेवायोजन कार्यालयों को और सक्रिय करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल/एप से एम0एस0एम0ई0 के एप को भी लिंक किया जाए।
प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि वर्तमान पोर्टल को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से इसका विस्तार किया जाएगा। इसमें कुशल/अर्द्धकुशल कामगारों को आच्छादित किया जाएगा। रोजगार की जानकारी उपलब्ध करायी जाएगी। अभ्यर्थियों के पंजीकरण का विस्तार, नौकरियों की संख्या में वृद्धि, कौशल उन्नयन अथवा आगे पढ़ने की व्यवस्था, कामगारों की निगरानी का प्राविधान तथा कामगारों की गे्रडिंग की व्यवस्था की जाएगी। रोजगार के इच्छुक शिक्षित व्यक्तियों के लिए सेवायोजन प्लैटफाॅर्म होगा, जबकि कुशल/अर्द्धकुशल/अकुशल व्यक्तियों के लिए सेवामित्र प्लैटफाॅर्म होगा। सेवामित्र प्लैटफाॅर्म तथा एप तीन स्तरों पर क्रियाशील होगा, जिनमें शासकीय विभाग, उद्योग तथा उपभोक्ता सम्मिलित होंगे। कामगारों से सेवामित्र के माध्यम से उपभोक्ताओं द्वारा सीधा सम्पर्क भी किया जा सकेगा।
प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी को इस पोर्टल तथा एप से सम्बन्धित भविष्य की योजनाओं के विषय में भी अवगत कराया गया। सेवायोजन की सम्भावनाएं बढ़ाने तथा इससे सम्बन्धित रणनीति के विषय में भी जानकारी दी गई। उन्हें यह भी अवगत कराया गया कि स्वरोजगार के अवसर के लिए सी0एम0 युवा हब पोर्टल से भी इसका एकीकरण किया जाएगा। शिक्षा व कौशल उन्नयन के लिए इसका एकीकरण कौशल विकास मिशन पोर्टल, प्राविधिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग के पोर्टलों से किया जाएगा।
साथ ही, इस पोर्टल पर कामगारों की प्रोफाइल तैयार की जाएगी। कामगारों की निगरानी के लिए टेलीकाॅलर की व्यवस्था की जाएगी। मान्यता प्राप्त संस्थाओं द्वारा कामगारों की गे्रेडिंग करने की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, सेवायोजन हेतु वैश्विक अवसरों की खोज एवं चिन्हांकन भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने सेवायोजन पोर्टल और एप को रोजगारोन्मुखी और सेवायोजन के अवसर आसानी से उपलब्ध कराने का प्रभावी प्लैटफाॅर्म बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकेगा।
इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव श्रम एवं सेवायोजन श्री सुरेश चन्द्रा, अपर मुख्य सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास श्रीमती एस0 राधा चैहान, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्री आलोक कुमार, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।