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किसानों व वैज्ञानिकों की मेहनत और मोदी सरकार की सुविचारित नीतियों के सुपरिणाम: श्री तोमर

देश-विदेश

कृषि के क्षेत्र में देश तरक्की की राह पर तेजी से बढ़ रहा है। वर्ष 2020-21 के लिए मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के दूसरे अग्रिम अनुमानने इस बात को फिर सिद्ध किया है। मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के दूसरे अग्रिम अनुमानमें खाद्यान्न का रिकार्ड 303.34 मिलियन टन उत्पादन बताया गया है, जो किसानों की अथक मेहनत, कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान तथा केंद्र सरकार की किसान हितैषी सुविचारित नीतियों को साफतौर पर रेखांकित करता है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार का फोकस गांव-गरीब-किसान एवं किसानी पर है, जिसके सुपरिणाम परिलक्षित हो रहे हैं। चौतरफा कृषि सुधारों से इसे और बल मिलेगा, जिसका फायदा देश को दीर्घकाल तक होगा।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा जारी मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान में विभिन्‍न फसलों के उत्‍पादन का मूल्‍यांकन राज्‍यों से मिले प्रत्‍युत्‍तरों पर आधारित है व अन्‍य स्रोतों से उपलब्‍ध सूचनाओं से इसे सत्‍यापित किया गया है। वर्ष 2005-06 से आगे के वर्षों के मुख्‍य फसलों के उत्‍पादनके तुलनात्‍मक अनुमानों का ब्‍यौरा संलग्‍न है। दूसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2020-21 के दौरान मुख्‍य फसलों के अनुमानित उत्‍पादन इस प्रकार है:

  • खाद्यान्‍न – 303.34 मिलियन टन (रिकार्ड)
  • चावल – 120.32 मिलियन टन (रिकार्ड)
  • गेहूं– 109.24 मिलियन टन (रिकार्ड)
  • पोषक/मोटा अनाज– 49.36 मिलियन टन
  • मक्‍का – 30.16 मिलियन टन(रिकार्ड)
  • दलहन – 24.42 मिलियन टन
  • तूर – 3.88 मिलियन टन
  • चना –11.62 मिलियन टन(रिकार्ड)
  • तिलहन –  37.31 मिलियन टन
  • मूंगफली – 10.15 मिलियन टन(रिकार्ड)
  • सोयाबीन – 13.71 मिलियन टन
  • रेपसीड एवं सरसों– 10.43 मिलियन टन(रिकार्ड)
  • गन्‍ना – 397.66 मिलियन टन
  • कपास – 36.54 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि. ग्रा.)
  • पटसन एवं मेस्‍टा – 9.78 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि. ग्रा.)

इस वर्ष में 30 सितंबर तक दक्षिण-पश्‍चिम मानसून मौसम में संचयी वर्षा दीर्घावधि औसत की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक रही है। तदनुसार, अधिकांश प्रमुख फसल उत्पादक राज्यों में सामान्य वर्षा हुई है। कृषि वर्ष 2020-21 के लिए अधिकांश फसलों का उत्‍पादन सामान्‍य से अधिक होने का अनुमान है। वर्ष 2020-21 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसारदेश में कुल खाद्यान्‍न उत्‍पादन रिकॉर्ड 303.34 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 201920 के दौरान प्राप्‍त 297.50 मिलियन टन उत्‍पादन की तुलना में 5.84 मिलियन टन अधिक है।

तथापि, वर्ष 2020-21 के दौरान खाद्यान्‍नउत्‍पादन विगत पांच वर्षों (2015-16 से 201920) के औसत खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में 24.47 मिलियन टन अधिक है।

वर्ष 2020-21 के दौरान चावल का कुल उत्‍पादन रिकॉर्ड 120.32 मिलियन टन अनुमानित है। यह विगत 5 वर्षों के 112.44 मिलियन टन औसत उत्‍पादन की तुलना में 7.88 मिलियन टन अधिक है।

वर्ष 2020-21 के दौरान गेहूं का कुल उत्‍पादन रिकॉर्ड 109.24 मिलियन टन अनुमानित है। यह विगत पांच वर्षों के 100.42 मिलियन टन औसत उत्‍पादन की तुलना में 8.81 मिलियन टन अधिक है।

पोषक/मोटे अनाजों का उत्‍पादन 49.36 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2019-20 के दौरान प्राप्‍त 47.75 मिलियन टन उत्‍पादन की तुलना में 1.62 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, यह औसत उत्‍पादन की तुलना में भी 5.35 मिलियन टन अधिक है।

वर्ष 2020-21 के दौरान कुल दलहन उत्‍पादन 24.42 मिलियन टन अनुमानित है जो विगत पांच वर्षों के 21.99 मिलियन टन औसत उत्‍पादन की तुलना में 2.43 मिलियन टन अधिक है।

2020-21 के दौरान कुल तिलहन उत्‍पादन 37.31 मिलियन टन अनुमानित है जो 2019-20 के दौरान 33.22 मिलियन टन उत्‍पादन की तुलना में4.09 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, 2020-21 के दौरान तिलहनों का उत्‍पादन औसत तिलहन उत्‍पादन की तुलना में 6.77 मिलियन टन अधिक है।

वर्ष 2020-21 के दौरान देश में गन्‍ने का उत्‍पादन 397.66 मिलियन टन अनुमानित है।वर्ष 2020-21 के दौरान गन्‍ने का उत्‍पादन औसत गन्‍ना उत्‍पादन 362.07 मिलियन टन की तुलना में 35.59 मिलियन टन अधिक है।

कपास का उत्‍पादन 36.54मिलियन गांठें (प्रति 170 किग्रा की गांठे) अनुमानित हैं, जो औसत कपास उत्‍पादन की तुलना में 4.65 मिलियन गांठें अधिक है। पटसन एवं मेस्‍ता का उत्‍पादन 9.78 मिलियन गांठें (प्रति 180 किग्रा की गांठें) अनुमानित हैं।

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