उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति श्री जगदीप धनखड़ ने आज उच्च सदन में कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ के अवसर पर देश के बहादुर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की।
अपने वक्तव्य में, उपराष्ट्रपति ने उन सैनिकों के अदम्य साहस और बहादुरी की प्रशंसा की, जिन्होंने दुर्गम इलाकों और बहुत प्रतिकूल मौसम की स्थितियों पर नियंत्रण प्राप्त करने में अदम्य साहस और अनुकरणीय वीरता का प्रदर्शन करते हुए दुश्मन को परास्त किया। उन्होंने कहा- “उनकी बहादुरी की गाथा हमें प्रतिदिन राष्ट्र की सेवा करने के लिए लगातार प्रेरित और उत्साहित करती रहती है।”
शहीद सैनिकों के उल्लेखनीय बलिदान को मान्यता देते हुए उपराष्ट्रपति ने सभी नागरिकों से भारत को अपने सभी प्रयासों में सबसे आगे रखने के लिए अपने आप को पुन: समर्पित करने का आह्वान किया।
सशस्त्र बलों के जवानों को नमन करते हुए, श्री धनखड़ ने कर्तव्य के प्रति उनके अटूट समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की।
राज्यसभा के सभी सदस्यों ने शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए इन वीर जवानों की स्मृति में सदन में मौन रखा।
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