नई दिल्ली: शिपिंग मंत्रालय ने ‘सागरमाला’ के तहत अपने तटीय सामुदायिक विकास कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में गुजरात के भावनगर जिले में स्थित अलंग-सोसिया रिसाइकिलिंग यार्ड में जहाज रिसाइकिलिंग गतिविधियों से जुड़े 20,000 कामगारों के क्षमता सृजन एवं सुरक्षा प्रशिक्षण के लिए गुजरात मैरीटाइम बोर्ड को पहली किस्त के एक हिस्से के तौर पर 10 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है। इस परियोजना पर अगले तीन वर्षों में कुल मिलाकर 30 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
तटीय समुदाय के उत्थान के लिए सागरमाला की राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना (एनपीपी) में इस पहल की पहचान की गई है और इसका उद्देश्य कुशल एवं अर्ध-कुशल कामगारों को स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिसकी जरूरत जहाज रिसाइकिलिंग यार्ड में काम करने के दौरान पड़ती है। जहाज तोड़ने की गतिविधि में दुर्घटना की प्रबल संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए गुजरात मैरीटाइम बोर्ड अलंग में एक स्वदेशी सुरक्षा प्रशिक्षण एवं श्रम कल्याण संस्थान का संचालन कर रहा है और इसने पिछले 12 वर्षों के दौरान लगभग 1.10 लाख कामगारों को प्रशिक्षित किया है। हालांकि, पिछले एक दशक में जहाज रिसाइकिलिंग कार्यों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ प्रशिक्षण मानकों को अंतर्राष्ट्रीय नियमनों जैसे कि संयुक्त राष्ट्र के निकाय- इंटरनेशनल मैरीटाइम ऑर्गनाइजेशन के समकक्ष लाने के लिए क्षमता सृजन बढ़ाना और मौजूदा प्रशिक्षण मानकों को उन्नत करना आवश्यक है।
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