भारतीय नौसेना में यार्ड 11880, प्रोजेक्ट- 75 के तहत कलवरी श्रेणी से आने वाली पनडुब्बियों की छठी और आखिरी पनडुब्बी का आज मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) के कन्होजी आंग्रे वेट बेसिन में जलावतरण किया गया। रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार इस समारोह के मुख्य अतिथि थे और किसी महिला द्वारा शुभारम्भ अथवा नामकरण की नौसेना परंपराओं को ध्यान में रखते हुए श्रीमती वीना अजय कुमार द्वारा ‘वागशीर’ पनडुब्बी का आज जलावतरण किया गया। इस समारोह में पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल एबी सिंह, नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे और एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना) तथा पश्चिमी नौसेना मुख्यालय के गणमान्य व्यक्तियों सहित भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही फ्रांस के महानिदेशक दी ला आर्मामेंट के अधिकारियों और फ्रांस की नौसेना कमान के अधिकारियों ने भाग लिया।
प्रोजेक्ट- 75 के अंतर्गत निर्मित पनडुब्बियों की पहली पनडुब्बी को दिसंबर 2017 में नौसेना में कमीशन किया गया था और वर्तमान में इस परियोजना की चार पनडुब्बियां भारतीय नौसेना की सेवा में कार्यरत हैं। पांचवीं पनडुब्बी समुद्री परीक्षण के साथ आगे बढ़ रही है और इस वर्ष इसकी डिलीवरी होने की संभावना है। इसके बाद श्रृंखला की छठी पनडुब्बी अब विभिन्न उपकरणों और उसके बंदरगाह परीक्षणों के लिए तैयार है। इसके बाद चालक दल पनडुब्बी को पूर्ण रूप से समुद्री गतिविधियों से संबंधित परीक्षणों के लिए रवाना करेगा जिसके बाद पनडुब्बी को अगले वर्ष के अंत तक भारतीय नौसेना को सौंप दिया जाएगा।