देहरादून: देवभूमि उत्तराखण्ड के समस्त देवी-देवताओं एवं सनातनी लोक संस्कृति के प्रतीकों के अर्धकुम्भ 2016 में 21 अपे्रल को ऋषिकेश व 22 अप्रैल
चैत्र पूर्णिमा को हरिद्वार में भव्य शोभा यात्रा व पुण्य स्नान का आयोजन किया जाएगा। शनिवार को न्यू कैंट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में ‘‘उत्तराखण्ड की देवडोलियों का माहात्म्य’’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में यह जानकारी दी गई। संस्कृति विभाग व श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि लोक संस्कृति का संरक्षण आवश्यक है। हमें अपनी सांस्कृतिक विशिष्टताओं को बनाए रखना होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अर्धकुम्भ में देव डोलियों के पवित्र स्नान कार्यक्रम के माध्यम से हमें संस्कृति के दिव्य पक्ष को सामने रखना है। इसे विशुद्ध धार्मिक रूप में रखा जाना है। उन्होंने संस्कृति विभाग को देवडोलियों का वार्षिक केलेण्डर बनाने के निर्देश दिए। देवडोलियों के महत्व पर प्रमाणिक साहित्य की रचना को प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अर्धकुम्भ में देवडोलियों के पवित्र स्नान के आयोजन में राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी परंतु आयोजक समिति को भी अपनी पूरी तैयारियां दुरूस्त रखनी होंगी। समिति अपना स्वयं का एक वालंटियर कैडेर बना ले। अनुशासन को बरकरार रखा जाए। प्रतिभागियों को पहले से ही की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में स्पष्ट कर दिया जाए। साथ ही प्रतिभागियों से उनके आगमन की तिथि, संख्या, टीम लीडर का नाम व मोबाईल नम्बर सहित पूरी जानकारी जुटा ली जाए।
इस अवसर पर समिति के संस्थापक व संरक्षक विद्यादत्त रतूड़ी, अध्यक्ष मोहन सिंह रावत गांववासी, आर्चाय पीताम्बर दत्त पैन्यूली, मेलाधिकारी एसए मुरूगेशन, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।