लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को विश्व का सबसे बड़ा संविधान देकर बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर ने एक नये युग का सूत्रपात किया। सैकड़ों वर्षाें की गुलामी से जो विकृतियां किसी समाज में आती हैं, भारतीय समाज उससे अछूता नहीं था। उस कालखण्ड में बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के दमित, शोषित तथा पीड़ित मानवता की आवाज बने।
मुख्यमंत्री जी आज यहां बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने महासभा परिसर में स्थापित तथागत बुद्ध एवं डाॅ0 भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा डाॅ0 आंबेडकर के अस्थि कलश पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री जी ने जी0पी0ओ0, हजरतगंज स्थित डाॅ0 भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर भी पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री जी ने भारत माता के महान सपूत तथा स्वतंत्र भारत के संविधान के शिल्पी भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर की पावन जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि डाॅ0 आंबेडकर ने दुनिया के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से उच्च शिक्षा हासिल की। इसके बावजूद उन्हें उन विकृतियांे और सामाजिक कुरीतियों का सामना करना पड़ा जो भारतीय समाज को कमजोर करती रही हैं। इनकी परवाह किये बगैर बाबा साहब ने हर वंचित, पीड़ित तथा दलित की आवाज बनकर और उसे अपनी आवाज की धार देकर उस लड़ाई को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। आज इसी का परिणाम है कि पूरा देश बाबा साहब के प्रति कृतज्ञ भाव से नमन करते हुए उनका स्मरण कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहब वंचित, पीड़ित तथा दलितों के लिए एक प्रकाशपुंज थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 26 नवम्बर की तिथि को संविधान दिवस के रूप में मनाते हुए बाबा साहब को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दी है। बाबा साहब से जुड़े हुए प्रमुख स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया है। महू, दिल्ली, मुम्बई, इंग्लैण्ड का वह भवन जहां रहकर बाबा साहब ने उच्च शिक्षा अर्जित की थी तथा नागपुर की दीक्षा भूमि इन सभी पांच स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का अभिनन्दनीय कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा साहब की शिक्षाओं को हर गांव, गरीब, किसान, वंचित, दमित तथा शोषित व्यक्ति तक ईमानदारी से पहुंचाने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया है। प्रधानमंत्री जी ने बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ हर एक तबके तक पहुंचाने का कार्य किया है। भारत अकेला देश है, जहां 80 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव निःशुल्क राशन देने का कार्य सरकार कर रही है। करोड़ो लोगों को सिर ढकने के लिए आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। देश में 10 करोड़ से अधिक लोगों को एक-एक शौचालय, 04 करोड़ से अधिक गरीबों को विद्युत के निःशुल्क कनेक्शन तथा 08 करोड़ से अधिक लोगों को उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत निःशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का लाभ देश में 50 करोड़ गरीब ले रहे हैं। स्वामित्व योजना के माध्यम से प्रधानमंत्री जी ने करोड़ों लोगों को उनके मकान अथवा झोपड़ी का मालिकाना अधिकार देने का कार्य किया है। यह मानवता की सेवा का कार्य है। बिना भेदभाव शासन की योजनाओं का लाभ हर गरीब, दलित तथा वंचित तक पहुंच जाए यह केवल नारा नहीं बल्कि हकीकत भी बना है। आजादी के बाद ईमानदारी से यह कार्य प्रधानमंत्री जी ने किया है।
मुख्यमंत्री जी ने श्री लालजी प्रसाद निर्मल को प्रदेश के उच्च सदन में स्थान देने तथा दलितों की आवाज को सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आवाज दबनी नहीं चाहिए। बाबा साहब ने प्रेरणा दी थी कि शिक्षित बनो, अपने हक के लिए लड़ो, जीवन में उच्च आदर्शाें का पालन करो। जीवन भर बाबा साहब इन आदर्शाें का लेकर चलते रहे। आज प्रदेश के हर सरकारी कार्यालय में बाबा साहब के चित्र लगे हैं, जो हमें नई प्रेरणा देते हैं। यह चित्र हमें अपने कर्तव्यों का स्मरण कराते हैं। अब संवैधानिक अधिकारों की ही बात नहीं होती, बल्कि देश और समाज के प्रति हमारे क्या कर्तव्य हैं, इनकी भी बात होती है। यही बाबा साहब की शिक्षा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आंबेडकर महासभा के प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार द्वारा जून, 2021 में उत्तर प्रदेश में बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आंबेडकर स्मारक एवं सांस्कृतिक केन्द्र के निर्माण की शुरुआत की गयी। इसकी नींव तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने रखी। इसका निर्माण अन्तिम चरण में चल रहा है। कुछ दिनों बाद आंबेडकर महासभा का अपना भव्य स्थान होगा। मुख्यमंत्री जी ने डाॅ0 लालजी प्रसाद निर्मल तथा उनकी टीम को बाबा साहब की जयन्ती के कार्यक्रम के शुभारम्भ के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि बाबा साहब का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को हुआ था। उसके 100 वर्ष बाद लखनऊ में यहां 14 अप्रैल, 1991 को आंबेडकर महासभा द्वारा बाबा साहब की जयन्ती के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया था। यहां पूर्व राष्ट्रपति श्री के0आर0 नारायणन तथा श्री रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी जी तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री वी0पी0 सिंह तथा राज्यपाल के रूप में श्री राम नाईक का आगमन हुआ। देश के अनेक बड़े नेताओं ने आंबेडकर महासभा के कार्यक्रम में भाग लेकर बाबा साहब के प्रति नमन किया। श्रीमती सविता आंबेडकर जी भी यहां आयीं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गरीबों की आवाज को नई गति देने के लिए आंबेडकर महासभा ने कई कार्य किये हैं। इसी का परिणाम है कि राज्य सरकार ने जिन गरीबों के पास जमीन का पट्टा नहीं था, उन्हें जमीन का पट्टा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। युद्धस्तर पर इस कार्य को आगे बढ़ाया गया है। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में पाइप कनेक्शन से शुद्ध जल उपलब्ध कराने की हर घर नल योजना के अन्तर्गत 01 करोड़ परिवारों को आच्छादित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम लगातार आगे बढ़ेगा। इसके लिए उन्होंने जल शक्ति मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री स्वतंत्र देव सिंह ने मजबूती के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर गरीब, वंचित, दलित तथा समाज के हर तबके के लिए कार्य करने को प्रतिबद्ध है। हर व्यक्ति को जियो और जीने दो के साथ प्रतिबद्धता से कार्य करेगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जय वीर सिंह, मत्स्य मंत्री श्री संजय निषाद, डाॅ0 भीमराव आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष तथा विधान परिषद सदस्य डाॅ0 लालजी प्रसाद निर्मल, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह ओलख, समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण, पूर्व मंत्री श्री रमापति शास्त्री, अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के अध्यक्ष भदंत शांति मित्र, सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।