लखनऊः उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ के नवनिर्मित पीजी ब्लॉक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह महाविद्यालय राजधानी का एक महत्वपूर्ण शिक्षण केंद्र है। यहां अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती हैं यहां पर पीजी ब्लॉक ना होने से असुविधा का सामना करना पड़ता था। उन्होंने महाविद्यालय द्वारा बच्चों को पढ़ाने में दिए गए योगदान की सराहना करते हुए कहा कि आज नेता जी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की महत्ता बढ़ी है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर वर्ग के छात्र-छात्राओं को बेहतर एवं उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने शिक्षा में व्यापक परिवर्तनदृपरिवर्धन एवं सुधार किया है। उन्होंने कहा कि पिछले साढे चार साल में प्रदेश में शिक्षा का स्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में विद्यार्थियों के अंदर स्वच्छ प्रतियोगिता बढ़ी है। प्रदेश में कमजोर वर्ग के स्टूडेंट भी टॉप कर रहे हैं। आज नगर निगम के विद्यालयों में छात्रों की संख्या बड़ी है । प्रदेश सरकार द्वारा उत्कृष्ट शिक्षा, कम फीस, मॉडर्न टेक्नोलॉजी आदि से सरकारी स्कूलों को लैस करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि सरकारी क्षेत्र के विद्यालयों में भी निजी क्षेत्र के विद्यालयों वाली समस्त सुविधाएं छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जाएं।उन्होंने कहा कि बॉयज डिग्री कॉलेजों में बालिकाओं के एडमिशन की अनुमति प्रदेश सरकार द्वारा दे दी गई है।
डॉ शर्मा ने कहा कि संस्कृत विषय का अध्ययन अध्यापन महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में अवश्य हो इसके लिए जो भी बाधाएं होंगी प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिकता के स्तर पर दूर की जाएंगी। उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को निशुल्क कोचिंग व साथ में टैबलेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं, इसके अतिरिक्त वरिष्ठ पदों पर कार्यरत अधिकारियों एवं अध्यापकों द्वारा मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्तमान में अभ्युदय योजना के अंतर्गत मुफ्त कोचिंग प्रदेश के हर मंडल स्तर पर उपलब्ध है जिसे आगे विस्तारित करते हुए प्रत्येक जिले स्तर पर की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में प्रथम दस स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रदेश सरकार द्वारा एक-एक लाख रुपए, टैबलेट प्रदान करने के साथ ही उनके नाम से एक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है, जिसे गौरव पथ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस योजना को विस्तारित करते हुए शीघ्र ही उच्च शिक्षा में यूनिवर्सिटी स्तर पर भी लाया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की उत्तर प्रदेश बोर्ड की नकल विहीन परीक्षा, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम, छात्रों के प्रवेश के समय आधार लिंकिंग, न्यूनतम 220 दिन का पठन-पाठन दिवस का निर्धारण का प्रभाव रहा कि बच्चों ने नकल को तिलांजलि दे दी है और विद्यार्थियों में एक स्वस्थ प्रतियोगिता का विश्वास जगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के फीस रेगुलेशन एक्ट की स्वीकार्यता न्यायालय तक में हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले साढे चार सालों में प्रदेश में विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, डिग्री कॉलेज एवं स्कूलों की संख्या बढ़ी है। साढ़े चार साल में ढाई सौ माध्यमिक विद्यालय, 77 डिग्री कॉलेज के निर्माण के अतिरिक्त 12 से अधिक विश्वविद्यालय बनाए जाने की स्वीकृतियां जारी की गयी है।
कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय विधायक श्री नीरज बोरा, पूर्व कार्यकारिणी उपाध्यक्ष श्री सुरेश अवस्थी, पार्षद गीता अवस्थी एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस महिला राजकीय महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती अनुराधा तिवारी एवं अन्य शिक्षिकाएं तथा छात्राएं उपस्थित थी।