लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गोरखपुर भ्रमण के दौरान आज पिपराइच में 5000 टी0सी0डी0 पेराई क्षमता की नई चीनी मिल एवं 27 मेगावाट क्षमता के को-जनरेशन प्लान्ट का लोकार्पण किया। उन्होंने चीनी मिल के शुभारम्भ के साथ-साथ कुशीनगर के हाटा मझने नाला से पिपराइच मार्ग तथा परतावल-पिपराइच मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में चीनी मिल के शुभारम्भ के लिए सभी को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह चीनी मिल किसानों की खुशहाली का आधार होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के चीनी उद्योग को पुनर्जीवित किया गया है। पूर्ववर्ती सरकारों ने चीनी मिलों को बन्द कर, उन्हें बेचने का काम किया। इससे गन्ना किसानों को नुकसान हुआ। साथ ही, क्षेत्र का विकास भी ठप हो गया। वर्ष 2011 में यह चीनी मिल भी बन्द कर दी गयी थी। वर्तमान राज्य सरकार ने पिपराइच चीनी मिल को पुनः निर्मित कर संचालित करने का निर्णय लिया। पुनर्निर्माण में पिपराइच चीनी मिल की पेराई क्षमता प्रतिदिन 8,000 कुन्तल से बढ़ाकर 50,000 कुन्तल प्रतिदिन की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिपराइच चीनी मिल में चीनी के साथ-साथ 27 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी होगा। इसमें 2 से 3 मेगावाट बिजली का प्रयोग चीनी मिल में किया जायेगा। शेष बिजली आसपास के क्षेत्र के प्रयोग में आएगी। उन्होंने कहा कि पिपराइच चीनी मिल में सल्फरलेस शुगर प्लान्ट से चीनी का निर्माण होगा। मिल में बिजली के उत्पादन से 30 करोड़ रुपये की बचत होगी। इससे किसानों के गन्ना मूल्य का समय से भुगतान होगा। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में चीनी मिल में अत्याधुनिक डिस्टलरी का निर्माण कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस चीनी मिल के संचालन से हजारों की संख्या में नौजवानों को रोजगार मिलेगा। इससे किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। किसानों के 76 हजार करोड़ रुपये के बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान कराया जा चुका है, किसानों के पाई पाई का भुगतान कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से खाद कारखाना भी संचालित हो जायेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों की सुविधा के लिए ठोस व्यवस्था की जा रही है। किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए क्रय केन्द्र खोले गये हंै, जहां न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर किसानों की उपज की खरीद की जा रही है। किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाया जा रहा है। सभी लघु एवं सीमान्त किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज भी माफ किया गया है। उन्होंने किसानों से अपील की कि खेतों मे पराली न जलायें, इससे प्रदूषण होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में विकास की कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सरकार गरीब, महिला, किसान और समाज के निचले तबके को ध्यान में रखकर विकास की योजनाएं बना रही है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र के आधार पर बिना भेदभाव के समाज के सभी वर्गाें को योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेटा-बेटी में भेदभाव को समाप्त करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा ‘कन्या सुमंगला योजना’ संचालित की जा रही है। उन्होंने बच्चों को विद्यालय अवश्य भेजने की अपील करते हुए गरीबों और जरूरतमंदों को कम्बल आदि का वितरण किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोई भी खुले में न सोये। इसके लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की जाये। उन्होंने स्वच्छता और सफाई पर बल देते हुए कहा कि तालाबों आदि को साफ रखा जाये।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में गन्ना विकास एवं चीनी मिलें मंत्री श्री सुरेश राणा ने कहा कि शीघ्र ही मुण्डेरवा चीनी मिल का भी शुभारम्भ किया जाएगा। पूर्वान्चल चीनी का कटोरा बनेगा और पूर्वान्चल में चीनी मिलों के संचालन होने पर यहां के लोगों को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलेगा। कार्यक्रम को गोरखपुर के सांसद श्री रविकिशन और विधायक पिपराइच श्री महेन्द्रपाल सिंह ने भी सम्बोधित किया।