नई दिल्ली: केंद्रीय पूर्वोत्तर विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) , प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री तथा कार्मिक , लोक शिकायत , पेंशन एवं परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्य मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा शुरु किया गया राष्ट्रीय आविष्कार अभियान में पूर्वोत्तर क्षेत्र के के 6 से 18 वर्ष की आयु के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। पूर्वोत्तर के विद्यार्थियों को देश की मुख्य धारा में लाने तथा उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च प्रशिक्षण देने के प्रयास के रूप में पूर्वोत्तर के विद्यार्थियों और युवाओं की बैठक में डा. जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रशिक्षणों से विद्यार्थियों को देश के अन्य हिस्सों के विद्यार्थियों के साथ राष्ट्रीय विज्ञान प्रशिक्षण में शामिल होने का अवसर मिलेगा।
डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्त क्षेत्र के साथ यह समस्या है कि बड़ी संख्या में युवाओं को देश के दूसरे भागों और विदेशों में पलायन करना पड़ता है। इसके दो महत्वपूर्ण कारण हैं । पूर्वोत्तर क्षेत्र में गुणवत्ता संपन्न शिक्षा और रोजगार का अभाव। डा.जितेंद्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान का हिस्सा बन कर युवा विद्यार्थी न केवल पेशेवर और व्यावसायिक कैरियर शुरु कर सकते हैं बल्कि देश के दूसरे क्षेत्रों के विद्यार्थियों की बराबरी भी कर सकते हैं।
डा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय 09 जुलाई, 2015 को राष्ट्रीय आविष्कार अभियान प्रारंभ कर रहा है। इसे पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम संबोधित करेंगे। डा. सिंह ने मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी को इस अभियान में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय को शामिल करने के लिए धन्यवाद दिया ।
डा. जितेंद्र सिंह ने आशा व्यक्त की कि मानव संसाधन मंत्रालय के इस नवाचारी कार्यक्रम से न केवल विज्ञान और गणित को रुचि के साथ सीखने में मदद मिलेगी बल्कि विद्यार्थियों को मूल सोच के मुताबिक नवाचार की संभावना तलाशने का अवसर भी मिलेगा।
डा.सिंह ने विद्यार्थी समूह के प्रतिनिधियों से कहा कि वे अभियान में भाग लेने वाले संभावित विद्यार्थियों की सूची मानव संसाधन विकास मंत्रालय को दें।