नई दिल्ली: सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से आज रात (10 जुलाई, 2015) से ब्रिटेन के पांच उपग्रहों के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन – इसरो ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन पीएसएलवी – सी 28 का सफल प्रक्षेपण किया गया। इन पांच उपग्रहों का कुल भार करीब 1440 किलोग्राम है और इन्हें 647 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थापित किया गया। ब्रिटेन की सरे सैटेलाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड (SSTL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहयोगी कंपनी डीएमसी इंटरनैशनल इमेजिंग (DMCii) तथा अंतरिक्ष विभाग के तहत भारत सरकार की कंपनी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की वाणिज्यिक इकाई अंतरिक्ष निगम लिमिटेड के बीच समझौते के तहत यह पांच उपग्रह छोड़े गए हैं। यह पीएसएलवी की लगातार 29वीं सफल उडान थी।
पहले चरण में छह स्ट्रैप- ऑन मोटर्स के साथ अपने सबसे भारी एक्सएल संस्करण में पपीएसएलवी को प्रक्षेपित किया गया। अंतरिक्ष में पहली बार भेजी गई यह अनोखी उडान थी। पीएसएलवी का एक्सएल संस्करण विशेष रूप से विदेशी उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए उपयोग किया गया। अब तक पीएसएलवी के हल्के कोर अलोन संस्करण को विशेष रूप से विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। पीएसएलवी विदेशी ग्राहकों के लिए 45 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण कर चुका है जिनमें आज प्रेक्षेपित किए गए ब्रिटेन के पांच उपग्रह शामिल हैं।
हालांकि 1994-2015 के दौरान 29 सफल उडान हुई लेकिन पीएसएलवी ने अब तक कुल 32.04 टन के 77 उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं। इनमें से 4.64 टन (करीब 14%) के 45 उपग्रह विदेशी ग्राहकों के हैं। यह वाहन बार-बार उपग्रह प्रक्षेपित करने पर विश्वसनीय सिद्ध हुआ है।
प्रक्षेपित होने के करीब 18 मिनट बाद उपग्रहों को अपनी कक्षा में उचित रूप से स्थापित कर दिया गया। पीएसएलवी के आज के सफल प्रक्षेपण से इस क्षेत्र में सक्षम प्रौद्योगिकी क्षमता एक बार सिद्ध हो गई।