भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2021 का तीसरा और अंतिम संस्करण 27 फरवरी 2021 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में आरम्भ हुआ। महोत्सव के उद्घाटन के दौरान संस्कृति मंत्रालय के सभी जोनल सांस्कृतिक केंद्रों के निदेशक उपस्थित थे और उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित किया। मुर्शिदाबाद में महोत्सव दो दिनों 27-28 फरवरी, 2021 तक चलेगा।
महोत्सव की शुरुआत स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग प्रदर्शनों के साथ हुई, जिसमें ‘बाउल गान’, ‘अल्कुप गान’, ‘लेटो गान’, ‘झुमुरिया’ और रंपा लोक नृत्य शामिल थे। समारोह में उपस्थित सभी अतिथि और आम दर्शक, स्थानीय कलाकारों के असाधारण प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध हो गए।
विख्यात लोक बैंड सुरोजित ओ बोंधुरा ने मनमोहक प्रस्तुति दी। वायलिन ब्रदर्स बैंड ने अपनी धुनों पर दर्शकों को नृत्य करने पर विवश कर दिया। ममता शंकर का बैले नृत्य प्रदर्शन कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। कलाकारों के प्रदर्शन के अलावा, हस्तशिल्प, चित्रकारी, कशीदाकारी और जूट शिल्प आदि के 70 स्टालों ने भी लोगों का मन मोहा।
संस्कृति मंत्रालय का प्रमुख त्योहार राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव सात जोनल संस्कृति केंद्रों की सक्रिय भागीदारी के साथ 2015 से ही आयोजित किया जाता रहा है और यह भारत की जीवंत संस्कृति को रंगभवनों और दीर्घाओं तक सीमित रखने के बजाय आम लोगों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह अलग-अलग राज्यों में अन्य राज्यों की लोक और जनजातीय कला, नृत्य, संगीत, व्यंजन और संस्कृति को प्रदर्शित करने में मददगार रहा है, “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के पोषित लक्ष्य को सुदृढ़ बनाता है और साथ ही साथ, कलाकारों और कारीगरों को उनकी आजीविका में सहायता करने के लिए एक प्रभावी मंच उपलब्ध कराता है। इससे पहले, राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव दिल्ली, वाराणसी, बेंगलुरु, तवांग, गुजरात, कर्नाटक, टिहरी और मध्य प्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों और शहरों में नवंबर, 2015 से अब तक आयोजित किए गए हैं।