ट्यूनीशिया: उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा है कि आतंकवाद से द्वीपक्षीय प्रयासों सहित अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से निपटा जाना चाहिए। श्री अंसारी ने आज मोरक्को और ट्यूनीशिया के पांच दिवसीय आधिकारिक दौरे से लौटते समय एयर इंडिया के विशेष विमान में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किये। उपराष्ट्रपति ने कहा कि मोरक्को और ट्यूनीशिया की यात्रा संतोषजनक रही और आतंकवाद सहित कई मुद्दों पर दोनों देशों के साथ व्यापक रूप से विचार-विमर्श किया गया।
ट्यूनीशिया के संदर्भ में, उपराष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्तों को नई ऊर्जा देने के साथ-साथ पहचाने गए क्षेत्रों पर खास ध्यान दिए जाने पर सहमति जताई गई। उन्होंने कहा कि ट्यूनीशिया के विदेश मंत्री के इस वर्ष भारत की यात्रा किए जाने पर इन मुद्दों पर और अधिक ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच की उत्कृष्ट राजनीतिक समझ है और ट्यूनीशिया ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का समर्थन किया है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देश आतंकवाद के शिकार रहे हैं और इसलिए वे पूरी तरह से सहमत हैं कि इस खतरे से द्विपक्षीय रूप से कार्य करते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से निपटा जाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मोरक्को और ट्यूनीशिया दोनों देशों की यात्रा के दौरान व्यापार और प्रौद्योगिकी पर विशेष ध्यान दिया गया। आतंकवाद के प्रश्न पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद से प्रत्येक देश को स्वयं लड़ाई लड़नी होगी, क्योंकि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के मामले में अंतरराष्ट्रीय आयाम होने चाहिए और इसके लिए समय से सूचनाओं को साझा करना महत्वपूर्ण हैं।
ट्यूनीशिया में उच्च बेरोजगारी के प्रश्न पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि वहां की सरकार इस समस्या से अच्छी तरह से अवगत है। उन्होंने कहा कि हमारे सहयोग से उनके साथ और अधिक व्यापार हो सकता है जिससे अधिक रोजगारों का सृजन होगा। उन्होंने कहा कि कुछ भारतीय कंपनियां पहले से ही वहां मौजूद हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि वहां पर्यटन को विकसित करने की भी अपार क्षमता है।