हल्द्वानी: उत्तराखण्ड राज्य की संस्कृति से भावी युवा पीढी को रूबरू कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र आनन्द रावत द्वारा आयोजित आण् काथ् क्विज तीन दिवसीय प्रतियोगिता का मुख्य आयोजन एफटीआई मैदान में आयोजित किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ बुधवार को सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस प्रतियोगिता में स्कूली छात्र-छात्राओं, उनके अविभावकों एवं अध्यापकों ने प्रतिभाग किया। विजयी सिंगोडी समूह को अध्यक्ष विधानसभा गोविन्द सिह कुंजवाल ने 51 हजार रूपये की नगद धनराशि देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता हेतु विभिन्न स्थानो से चयनित पांच-पांच प्रतिभागियों के झंगोरा गु्रप, बुंरास गु्रप तथा सिंगोडी गु्रप बनाये गये। जिनके बीच कुमाऊनी, गढवाली लोकगीतों एवं लोक पहेलियो पर आधारित क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसका संचालन आनन्द रावत तथा प्रख्यात उद्द्योषक हेमन्त विष्ट द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय एवं प्रतिभागियो को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बदलते दौर में हम विशेषकर युवा पीढी नई तकनीकी एवं इन्टरनैट की दुनियां से जुडते जा रहे है ऐसे में तीव्रता के इस दौर में हमारी संस्कृति लोक संगीत पीछेे छूटता जा रहा हैै। हमारा लोक संगीत, हमारी लोक परम्परायें हमारी विरासत है। विरासत को सहेज व संजो कर रखना व युवा पीढी को सौपना हमारा नैतिक दायित्व है। कुमाऊनी व गढवाली लोक संस्कृति पर आधारित यह आयोजन अपने आप में अद्वितीय एवं अनुकरणीय है। उन्होने कहा कि ज्ञान-विज्ञान तभी साक्षात होता है जब वह परम्परा एवं संस्कृति से गृहण किया गया हो। इसके लिए उन्होने आनन्द रावत एव ंउनके सहयोगियों की प्रशंसा की।
श्री रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गौचर में भाषा एवं बोली संस्थान बनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि सरकार की योजना है कि जल्द ही उत्तराखण्डी संस्कृति के प्रचार प्रसार एवं प्रदेश वासियो को जोडने के लिए लोक भाषा दिवस तथा लोक भोजन दिवस का आयोजन किया जायेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने उत्तराखण्ड के पारम्परिक भोजन एवं अनाजों का व्यापक प्रचार प्रसार कर जहां युवा पीढी में उत्तराखण्ड के व्यंजनों के प्रति रूझान पैदा किया है। वही राष्टीय एव अन्तराष्टीय बाजार में मडुआ, झिगोरा, चैलाई,गहौत, भट् जैसे अनाजो ने रिकार्ड बिकी्र की है। इससे प्रदेश के किसानो का जहां मनोबल बढा है वही उनका आर्थिक विकास भी हुआ है। उन्होने कहा कि प्रदेश के हस्तशिल्प, हथकरघा तथा कुटीर उद्योगो के संरक्षण एव उनके विकास के लिए भी कई योजनायें सरकार द्वारा संचालित की जा रही है।
अपने सम्बोधन में विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिह कुंजवाल ने कहा कि आज की युवा पीढी अपनी संस्कृति से दूर होती जा रही है। व्यक्तिव के विकास मे संस्कृति एवं संस्कारो का विशेष योगदान होता है। ऐसे मे हमे चाहिए कि हम अपनी युवा पीढी को अपने प्रदेश की संस्कृति के साथ ही अपने अच्छे संस्कार भी दें ताकि हमारे नौनिहाल एवं युवा वर्ग प्रदेश की संस्कृति के साथ आधुनिकतम ज्ञान अर्जित कर सके तथा प्रदेश के विकास में भागीदारी निभा सकें। श्री कुंजवाल ने इस कार्यक्रम की पं्रशसा की।
आयोजन आनन्द रावत द्वारा अतिथियो का बुके देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत सुमित्रा प्रसाद, ब्लाक प्रमुख भोला दत्त भटट, सतीश नैनवाल, अध्यक्ष आपदा प्रबन्धन प्रयाग भटट, खजान पाण्डे, राहुल सोनकर, एनबी गुणवन्त, जया विष्ट, केदार पलडिया, हुकुम सिह कुवर, सुष्मिता पंत, महेश शर्मा,लक्ष्मण सिह बटरोही, जुगल किशोर पेटसाल, हृयात सिह,नारायण सिह विष्ट, संजय जोशी, दीपक बलूटिया, संजय जोशी, जिलाधिकारी दीपक रावत,एसएसपी जन्मेजय खंडूरी के अलावा बडी संख्या मे छात्र-छात्रायें मौजूद थे।