नई टिहरी/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तीन दिवसीय शहीद नागेन्द्र सकलानी व मोलू भरदारी मेले का उदघाटन
किया। इस अवसर पर उन्होने शहीदो की मूर्तियों पर माल्यर्पण कर श्रद्वांजलीं दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने विकास खण्ड कार्यालय का भी औचक नीरीक्षण किया, जिसमें उन्होने मनरेगा के तहत आंवटित धनराशि के बारे में जानकरी मांगी जिस पर उपस्थित कर्मचारीयों के द्वारा सन्तोषजनक जबाब न मिलने पर जिलाधिकारी के माध्यम से रिर्पोट देने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर विभन्न विभागों द्वारा मेले में लगाए गए स्टालों का भी मुख्यमंत्री श्री रावत ने अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिये हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
मेले को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मेले हमारी संस्कृति की धरोहर हैं, इन्हे संवारने की जिम्मेदारी सभी की हैं, उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से इस शहीदी मेले को नगर पंचायत व जिला प्रशासन के संयुक्त सहयोग से आयेजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजशाही के विरूद्व लडने वालो के परिजनो को राज्य सरकार सम्मानित करेंगी। पर्वतीय क्षेत्रों में पुरानी शिल्प कला से बने भवनों को ग्रामीण पर्यटन से जोडने का राज्य सरकार प्रयास करेगी। उन्होने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया हैं जो निरन्तर जारी रहेगी। घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिये विकास कार्यो में गति लाना जरूरी हैं। इस अवसर पर पूर्व सिंचाई मंत्री व नगर पंचायत की ओर से मांगपत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया।