केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज जेईई (मुख्य) परीक्षा- 2021 से जुड़ी कई घोषणाएं कीं। उन्होंने घोषणा की कि जेईई (मुख्य) परीक्षा- 2021 फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई 2021 महीनों में चार सत्रों में कराई जाएगी। जेईई (मुख्य) परीक्षा का पहला सत्र 23-26 फरवरी, 2021 तक होगा। उन्होंने यह घोषणा भी की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) पर अमल करते हुए जेईई (मुख्य) परीक्षा पहली बार 13 भाषाओं- असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती में आयोजित की जाएगी।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि एक अभ्यर्थी को सभी चार सत्रों ने शामिल होने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यदि अभ्यर्थी एक से ज्यादा सत्र में शामिल होता है तो मेरिट सूची/ रैंकिंग तैयार करने के लिए उसके सर्वश्रेष्ठ एनटीए अंकों पर विचार किया जाएगा। उन्होंने यह घोषणा भी की कि प्रश्न पत्र में 90 प्रश्न शामिल होंगे, जिनमें अभ्यर्थी को कुल 75 प्रश्नों के जवाब देने होंगे।
इस फैसले से विद्यार्थियों को होने वाले फायदों को गिनाते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जेईई (मुख्य) परीक्षा- 2021 चार सत्रों में कराए जाने से अभ्यर्थियों को परीक्षा में अपने अंकों में सुधार करने के कई अवसर मिलेंगे, यदि वे एक प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि एक अभ्यर्थी की किसी एक महीने में बोर्ड परीक्षा है, या वह कोविड-19 के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है तो अभ्यर्थी जेईई (मुख्य)- 2021 में शामिल होने के लिए दूसरा महीना चुन सकता है।
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