नई दिल्ली: केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए तत्काल आवश्यकता को ध्यान में रख्ते हुए अपने मंत्रालय के अधीन सभी लाभप्रद सार्वजनिक उपक्रमों से आग्रह किया है ताकि वे अपने सीएसआर फंड का एक हिस्सा प्रधानमंत्री की नागरिक सहायता एवं आपातकालीन स्थिति राहत कोष (पीएम केयर्स) में दान कर सकें।
श्री गौड़ा ने सभी सार्वजनिक उपक्रमों के सीएमडी को भेजे गए पत्र मेंकहा हैकि भारत सरकार इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए समाज के सभी वर्गों से ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। इसलिए मैं आप सभी से अनुरोध करता हूँ कि आप अपने सीएसआर बजट की अधिकतम संभव राशि का योगदान पीएम केयर्स फंड में करें।
श्री गौड़ा ने कहाकिभारत सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण पैदा होने वाली किसी भी आपातकालीन अथवा संकट की स्थिति से निपटने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ पीएम केयर्स फंड की स्थापना की है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की ओर से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि इस फंड में किया गया कोई भी योगदान कंपनी अधिनियम 2013 के तहत सीएसआर खर्च के रूप में मान्य होगा।
श्री गौड़ा ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों के लिए यह एक अच्छा अवसर है और वेइस फंड में तुरंत योगदान करते हुए वित्त वर्ष 2019-20 के लिए अपने सीएसआर फंड का उपयोग कर सकते हैं। इसी प्रकार कंपनियां भी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अप्रैल 2020 से इस फंड में योगदान दे सकती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने सभी पीएसयू के सीएमडी से यह भी अनुरोध किया है कि वे अपनी कंपनी के कर्मचारियों को स्वेच्छा कम से कम एक दिन का वेतन पीएम केयर्स फंड में योगदान करने के लिए प्रेरित करें।
श्री गौड़ा ने अपना एक महीना का वेतन और अपने सांसद निधि से 1 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में दान किए हैं।