20 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

हरिद्वार धर्मनगरी में मनाया गया धूमधाम से वेलेन्टाईन डे

The Valentine's Day was celebrated with great pomp in Haridwar Dharmnagri
उत्तराखंड

हरिद्वार: वेलेन्टाईन डे की धूम हरिद्वार धर्मनगरी में भी देखने को मिली। युवक-युवतियों द्वारा एक दूसरे को उपहार देकर वेलेन्टाईन डे मनाया गया। प्यार के इजहार को दर्शाने के लिए युवक-युवतियों द्वारा अनेकों प्रकार के उपहारों का आदान-प्रदान भी बड़ी संख्या मंे युवा वर्ग वेलेन्टाईन डे पर करते चले आ रहे हैं। अपने प्यार के अंदाज को अलग-अलग तरीकों से इजहार किया जाता है। युवक-युवतियां इस डे को यादगार बनाने के लिए आर्कषक उपहार देकर अपने प्रेम का इजहार करते हैं। जबकि कुछ लोगों द्वारा वेलेन्टाईन डे का विरोध भी हरिद्वार धर्मनगरी में किया जाता है। श्री ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि वेलेन्टाईन डे नहीं मातृ पितृ पूजन दिवस मनाया जाये। क्योंकि पे्रम तो पवित्र होता है। वेलेन्टाईन डे विदेशी प्रथा है हमारे युवक-युवतियों को ऐसी प्रथाओं से बचना चाहिये। प्राचीन भारतीय संस्कृति को धूमिल होने से बचाये। हमारी देश की युवा पीढ़ी गलत तरीकों को अपनाने की कोशिश कर रही है। पंडित अधीर कौशिक ने अपने माता पिता का आदर सम्मान करें। अच्छे संस्कार ही बच्चों को उन्नति की ओर ले जाते हैं। विदेशी संस्कृति से युवक-युवतियों को सचेत रहने की आवश्यकता है। वेलेन्टाईन डे पर युवक-युवतियां एक दूसरे को पफूल या अन्य उपहार देकर प्यार का भी उपहास उड़ा रहे है। ऐसी संस्कृति से बचे पाश्चात्य संस्कृति लगातार युवाओं को अपनी चपेट में ले रही है। ऐसी संस्कृति से बचे रहने की आवश्यकता है। वेलेन्टाईन डे धर्मनगरी में भी मनाया जाने लगा है। युवक-युवतियां एक दूसरे को उपहार देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं। जबकि धर्मनगरी की गिफ्ट गैलरियांे पर जमकर खरीदारी भी की गई। दुकानों पर तरह-तरह के गिफ्ट आईटम खरीदे गये। टैडी बीयर, चाॅकलेट, फूल, ग्रिटिंग कार्ड, बुकें आदि भेंट कर प्यार के इजहार को दर्शाया जाता है। पफेसबुक व्हाटसप के माध्यम से भी वेलेन्टाईन डे की शुभकामनायें देने का क्रम जारी रहा। धर्मनगरी में देर रात्रि तक युवाओं द्वारा पार्टी के भी आयोजन किये गये। हरिद्वार के विभिन्न होटलों रेस्टोंरेट मंे युवक-युवतियों की भीड़ रही।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More