देहरादूनः शिक्षा, खेती व हस्तशिल्प उत्तराखण्ड की तरक्की के मूलमंत्र हैं। राज्य सरकार उत्तराखण्ड को सक्षम राज्य बनाने के लिए प्रयासरत है। समाज का प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति सामाजिक सुरक्षा से लाभान्वित किया जा रहा है। विकासनगर के मदर्सू गांव में युवक मंगल दल द्वारा आयोजित खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ग्राम मदर्सू में शहीद भीम सिंह पुण्डीर की स्मृति में मिनी स्टेडियम, क्षेत्र में एक छोटा अस्पताल, बिन्हारी समुदाय को ओबीसी में शामिल करने के लिए केबिनेट में विचार किए जाने, श्री भद्रराज मन्दिर परिसर में बरसाती पानी एकत्र करने के लिए जलाशय हेतु 5 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र की 6 ग्राम सभाओं के महिला मंगल दलों के बैंक खाते सीएम विवेकाधीन कोष से 5.5 हजार से खोलने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पिछले दिनों लड़ी गई लडाई उत्तराखण्ड को बचाने की लड़ाई थी। इसमें क्षेत्रीय विधायक नवप्रभात की अग्रणी भूमिका थी। सरकार गरीब, गांवए माताओं, बहनों, जरूरतमंदों की सरकार है। हमने पेंशनों की संख्या 1 लाख 74 हजार से बढ़ाकर 7 लाख से अधिक कर दिया गया है। सरकार का लक्ष्य सामाजिक पेंशनों से लाभार्थियों की संख्या को इस वर्ष के अंत तक 8 लाख से अधिक करना है। महिलाओं के जन्म से लेकर उम्र के हर पड़ाव पर राज्य सरकार अपनी किसी न किसी योजना को लेकर महिलाओं के साथ खड़ी है। पुलिस, होमगार्ड, पीआरडी में महिलाओं की भर्ती को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार का लक्ष्य 30 हजार सरकारी नौकरियां प्रदान करने का है। साथ ही 50 हजार से अधिक युवाओं को उद्यमी बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए मंडुवा, झंगोरा, गहतए काला भट आदि स्थानीय उत्पादों के साथ ही पेड़ लगाने, बरसात के पानी को एकत्र करने के लिए जलाशयों का निर्माण करने व दुग्ध उत्पादन पर बोनस दिया जा रहा है।