शिमला: प्रदेश में तूफान व वर्षा से शीतलहर फिर लौट आई है। शनिवार को राजधानी शिमला में सुबह 9 बजे के करीब तूफान आने से
रात जैसा अंधेरा छा गया। इसके बाद शिमला में भारी बारिश का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। वहीं पालमपुर में तेज बारिश के मध्य भारी-भरकम चीड़ के पेड़ के साथ बिजली का खंभा भी कच्चे मकान पर आ गिरा, जिससे 2 लोग घायल हो गए।
हमीरपुर जिला के नादौन के ट्रेजरी कार्यालय पर भी एक भारी-भरकम सफेदे के पेड़ के गिर जाने से ट्रेजरी भवन जर्जर हो गया। जबकि दूसरे शनिवार की छुट्टी थी, नहीं तो जानमाल का काफी नुक्सान हो सकता था। कुल्लू जिला के शीशामाटी-लगवैली सड़क पर बढ़ई के समीप सुबह के समय पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरने से एक जीप इसकी चपेट में आ गईं। हालांकि इस हादसे में किसी प्रकार का जानी नुक्सान नहीं हुआ लेकिन काफी समय तक सड़क बंद रही, जिस कारण लोगों को करीब 4 किलोमीटर पैदल चल कर आना पड़ा।
ऊना जिला में कुछ स्थानों पर हल्की तो कुछेक स्थानों पर भारी ओलावृष्टि हुई, इससे गेहूं की फसल खराब हुई है। लाहौल-स्पीति जिले में सड़क, बिजली और संचार सेवाएं अस्त-व्यस्त हो गई हैं। बिजली बोर्ड के अधीक्षण अभियंता प्रवेश ठाकुर ने बताया कि जिला कुल्लू के सैंज घाटी स्थित न्यूली के कई क्षेत्रों, मनाली के कोठी, पलचान तथा लगघाटी के त्यून व समालंग आदि गांवों में भू-स्खलन होने से बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। रोहतांग में 3 फुट तक बर्फ पड़ी है। वहीं चम्बा के चुराह उपमंडल में प्रशासन ने भूस्खलन की दृष्टि से एहतियात बरतने की सलाह दी है।
किन्नौर जिला के कल्पा, छितकुल, रकच्छम, वटसेरी, सांगला व नाको सहित आसरंग, नेसंग व कुन्नो-चारंग में हिमपात से किसान व बागवान खुश हैं।