नई दिल्ली: शहरी विकास मंत्री श्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा कि देश सच्चे अर्थों में तब शिक्षित होगा जब जहां-तहां कूड़ा फैलाने वाले (लिटेराती) लोगों से यह मुक्त होगा। वे राजधानी में स्वच्छता प्रोद्यौगिकी पर आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।इस अवसर पर पेयजल और स्वच्छता राज्यमंत्री श्री रमेश चंदप्पा जिगाजीनागी भी उपस्थित थे।
श्री वेंकैया नायडू ने इस पर चिंता जाहिर की है कि शिक्षित और अशिक्षित दोनों सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता की चिंता किए बगैर गैर जिम्मेदाराना तरीके से व्यवहार कर जहां-तहां कूड़ा फैलाते हैं। भारत की स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने लोगों के स्वभाव में परिवर्तन लाने तथा व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर काम करने की जरूरत पर बल दिया। मंत्री महोदय ने कहा कि लोगों की बढ़ती भागीदारी से स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य पूरा होगा। यह प्रदर्शनी कल होने वाले इंडोसान (आईएनडीओएसएएन) सम्मेलन से पहले लोगों और बड़ी संख्या में सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को लाभ पहुंचाने के लिए आयोजित किया गया है।
इस प्रदर्शनी में विभिन्न तरह के औजार, स्वच्छता श्रृंखला के विभिन्न पहलुओं के अलग-अलग तरह के शौचालयों सहित हरित अपशिष्ट शोधक, घरेलू अपशिष्ट जल उपचार इकाई ,प्लास्टिक रिसाइकलर ,जैव परिवर्तक , सक्शन स्वीपर, अपशिष्ट संग्राहक, भूमिगत कूड़ेदान और कचरा ढोने वाले वाहन आदि को शामिल किया गया है।