लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान में प्रचण्ड गर्मी व लू चल रही है। विद्युत व्यवस्था से उपभोक्ताओं को परेशानी न हो, इसके लिए विद्युत व्यवस्था के सुधार में तत्परता के साथ कार्य किया जाये, जहां पर भी ट्रांसफार्मर और फीडर क्षतिग्रस्त हो, उसे तत्काल ठीक किया जाये। जर्जर लाइनों, झूलते तारों, विद्युत पोलों पर विशेष ध्यान देकर इन्हें ठीक करें, जिससे की अनवरत विद्युत आपूर्ति में बाधा न पहुंचे।
ऊर्जा मंत्री के निर्देशों के क्रम में पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम0 देवराज ने वीडियों कांफ्रेन्सिंग कर प्रदेश में जल रहे परिवर्तकों पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि परिवर्तक छतिग्रस्त न हों, इसके लिये और सावधानियॉ बरतें तथा आवश्यक कदम उठायें।
उन्होंने कहा कि परिवर्तकों के उचित रखरखाव एवं मेंटीनेन्स सम्बन्धी निर्देश लगातार जारी किये जा रहे हैं। गर्मी शुरू होने से पूर्व ही वितरण में लगे निगम अधिकारियों को सचेत किया गया था। इसके बावजूद ट्रांसफार्मर जलने एवं छतिग्रस्त होने के समाचार प्राप्त हो रहे हैं। इसलिये ट्रांसफार्मर छतिग्रस्त न हों, इसके लिये सभी सावधानियॉ बरती जाये। उन्होंने कहा है कि ट्रांसफार्मर में आग लगने का एक बड़ा कारण ओवर लोडिंग ह,ै अतः जहॉ ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो, वहॉ तत्काल उन्हें अपग्रेड किया जाये।
अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि छतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों के परीक्षण में यदि कहीं पर भी किसी की व्यक्तिगत लापरवाही पायी गयी तो उस व्यक्ति के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
ग्रीष्म ऋतु मे अनवरत विद्युत आपूर्ति मंे सबसे बड़ा व्यवधान परिवर्तको की क्षतिग्रस्तता के कारण होता है। प्रदेश मे 90 परिवर्तक कार्यशालाए परिवर्तको की मरम्मत का कार्य कर रही है। अध्यक्ष द्वारा प्रदेश में परिवर्तको की क्षतिग्रस्तता की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है, जिसमें सबसे अधिक क्षतिग्रस्तता वाले जनपदों की वृहद समीक्षा की जा रही है, जिसका प्रदेश भर मे व्यापक प्रभाव भी दिखाई दे रहा है। पिछले वर्ष अप्रैल 2022 की तुलना में इस वर्ष परिवर्तको की क्षतिग्रस्तता मे 15.14 प्रतिशत की कमी आयी है।