नई दिल्ली: मौजूदा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली और मद्रास मेडिकल कॉलेज (एमएमसी), चेन्नई में 12वीं पंचवर्षीय योजना की शेष अवधि के दौरान बुजुर्गों के लिए दो नेशनल सेंटर्स ऑफ एजिंग स्थापित करने का प्रस्ताव किया गया है। नेशनल सेंटर्स ऑफ एजिंग बनाने के लिए एम्स और एमएमसी को प्रशासनिक मंजूरी दे दी गई है। यह शीर्ष स्तर पर बुजुर्गों की देखभाल के क्षेत्र में बहुविधायी संस्थान होगा। यह निम्नलिखित चिकित्सीय सेवाएं प्रदान करेंगे:
-विभिन्न रोग और विशेष रोग चिकित्सा के लिए दैनिक आउट पेसेंट सेवाएं।
– जांच, स्वास्थ्य लाभ, अल्प विराम देखभाल, मानसिक रोगियों की देखभाल, आत्म संयम देखभाल के लिए डे केयर सेंटर ।
– गंभीर स्थिति में देखभाल, घातक स्थिति में देखभाल , परीक्षण और उपचार संबंधी सेवाओं के लिए 200 बिस्तरों की इन-पेसेंट देखभाल और लम्बे समय के लिए स्वास्थ्य लाभ सेवाएं।
– संपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए आयुष विभाग से सहयोग कर अनुपुरक और वैकल्पिक औषधि सेवाएं।
स्वास्थ्य सेवाएं देने के अलावा यहां पर प्रशिक्षण, शिक्षा और अनुसंधान से संबंधित कार्य भी किए जाएंगे। संस्थान में ईलाज करवा रहे अन्य मरीजों के लिए मान्य कीमतों के अनुसार बुजुर्ग मरीजों की देखभाल के लिए पैसा लिया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्री जे.पी.नड्डा ने आज यह जानकारी राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।