नई दिल्ली: भारत 26-29 अक्तूबर के मध्य तृतीय भारत अफ्रीकी शिखर सम्मेलन 2015 का आयोजन कर गर्वित/ गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस बार आयोजन का स्तर उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है और हमने सभी 54 अफ्रीकी देशों एंव अफ्रीकी संघों के नेताओं को आमंत्रित किया है। यह सम्मेलन अफ्रीका से बाहर होने वाले अफ्रीकी देशों के सबसे बड़े समारोहों में से एक होने जा रहा है, जो सुनहरे भविष्य के अन्वेषण में गहनता से सम्बद्ध होने की भारत और अफ्रीका की अभिलाषा को दर्शाता है।
भारत और अफ्रीका के मध्य पारस्परिक सम्मान, भरोसे एवं एकजुटता पर आधारित ऐतिहासिक नाता है। हाल ही में हमारे संबंधों ने प्रगति की है एवं यह पारस्परिक हित की भागीदारी के तौर पर विकसित हुए हैं।
भारत अफ्रीका में बड़ा निवेशक है एवं, क़रीब 30 बिलियन डॉलर के भारतीय निवेश ने अफ्रीका में नौकरियों के लिए महती योगदान दिया है।
मानसिक मिलाप एवं साथ मिल कर काम करने से भारत और अफ्रीका के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में तीसरा भारत-अफ्रीकी शिखर सम्मेलन एक युगांतरकारी घटना होगी।
भारत अफ्रीकी शिखर सम्मेलन के दौरान बहुत से अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। भारत और अफ्रीका के वाणिज्य मंत्री, व्यापारिक प्रतिनिधियों के साथ मिल कर, 23 अक्तूबर को मुलाकात करेंगे।
अग्रिम भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग संघों की ओर से 27 एवं 29 अक्तूबर को सम्मेलन स्थल पर एक व्यापार प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। भारत एवं अफ्रीकी सहयोग की विषय-वस्तु पर सीबीएसई की ओर से आयोजित होने वाली अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं में 16000 से अधिक विद्यालय भाग ले रहे हैं।