नई दिल्ली: जल प्रबंधन क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों के समाधान के उद्देश्य से विभिन्न हितधारकों के बीच व्यापक विचार-विमर्श के लिए केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने नई दिल्ली में आगामी 13 जनवरी को ‘’जल मंथन-3’’ नाम से एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया है। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती इस सम्मेलन का उद्घाटन करेगी।
इस एक दिवसीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, नदी घाटी प्रबंधन, नदी संरक्षण और पारिस्थितिकी, बाढ़ प्रबंधन जल प्रयोग कुशलता और सहभागिता सिंचाई प्रबंधन जैसे विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श होगा। सम्मेलन में मंत्रालय की नीतियों को लोगों के प्रति ज्यादा मित्रवत बनाने और राज्यों की आवश्यकताओं के प्रति ज्यादा उत्तरदायी बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।
इस सम्मेलन में केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालयों के मंत्री, कुछ राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों के सिंचाई/जल संसाधन मंत्री, जल प्रबंधन क्षेत्र के प्रख्यात विशेषज्ञ, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि और केंद्र एवं राज्य सरकारों के सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। सम्मेलन में लगभग 700 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने जल संसाधन विकास और प्रबंधन में जुड़े विभिन्न पक्षों के बीच व्यापक विचार विमर्श की आवश्यकता पर बल दिया है ताकि जल संसाधन विकास को पर्यावरण, वन्य जीवों और विभिन्न सामाजिक एवं सास्कृतिक पद्धतियों के साथ बेहतर ढ़ग से जोड़ा जा सके। जल मंथन कार्यक्रमों का आयोजन इसी उद्देश्य से किया जाता है। नवंबर 2014 और फरवरी 2016 में आयोजित पहले दो जल मंथन कार्यक्रम बहुत सफल रहे।