लखनऊ: यूपी के लगभग एक करोड़ 57 लाख विद्युत उपभोक्ताओं से उपभोक्ता परिषद ने ‘Earth Hour Day’ (28 मार्च) पर सहयोग करने की अपील की है। परिषद ने कहा कि यदि प्रदेश के सभी विद्युत उपभोक्ता एक घंटा बिजली की बचत कर लें तो लगभग 5 करोड़ रुपये की बिजली बचत होगी।
यह बचत महीने भर में लगभग 150 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है। यूपी विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष एवं विश्व ऊर्जा काउंसिल के स्थायी सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि यूपी में विद्युत उपभोक्ताओं की श्रेणी वार कुल संख्या लगभग 1 करोड़ 60 लाख है, जो लगभग 4, 181, 0000 किलोवॉट बिजली का उपयोग करते हैं।
उन्होंने कहा कि पावर कॉर्पोरेशन द्वारा दाखिल बिजली कंपनियों के वार्षिक राजस्व जरूरत पर नजर डालें तो वर्ष 2015-2016 में जो कुल प्रस्तावित बिजली सालभर में खरीद प्रस्तावित है, वह लगभग 10, 8707 मिलियन यूनिट है, इसकी खरीद पर लगभग सालभर में 42, 053 करोड़ रुपये खर्च प्रस्तावित है।
बचत का एक घंटा
इसकी औसत खरीद दर लगभग रु 3.87 प्रति यूनिट है। वर्मा ने कहा कि ऐसे में यदि प्रदेश के सभी उपभोक्ता प्रत्येक दिन अपनी सुविधानुसार एक घंटा बिजली की बचत कर लें तो लगभग 12.6 मिलियन यूनिट बिजली बचेगी, जिसकी लागत लगभग 5 करोड़ रुपये होगी।
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता परिषद प्रदेश के सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील करता है कि वे रोज एक घंटे अपनी सुविधा व समयनुसार बिजली की बचत करें। इससे प्रदेश की आम जनता का व्यापक लाभ होगा और जलवायु परिवर्तन के लिए चलाए जा रहे अभियान में यूपी का योगदान भी पूरे विश्व में नजर आएगा।
आपको बता दें कि 28 मार्च को रात 8.30 से 9.30 बजे तक (Earth Hour) होता है। प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि ऊर्जा बचत की दृष्टि से यह आयोजन सभी के लिए महत्वपूर्ण है। इससे हमें जहां गैरजरूरी बिजली का उपयोग न करने का संदेश मिलता तो वहीं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा भी मिलता है।