लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रयागराज कुम्भ में बसन्त पंचमी के अवसर पर तृतीय शाही स्नान के सकुशल सम्पन्न होने पर सभी संतों, धर्माचार्यों तथा श्रद्धालुओं के प्रति साधुवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि आस्था और श्रद्धा का यह आयोजन सभी के सहयोग से सकुशल सम्पन्न हुआ। इस पुनीत कार्य में अखाड़ों, साधु-महात्माओं, तीर्थ यात्रियों द्वारा प्रदान किए गए सहयोग के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री जी ने मेला प्रशासन सहित व्यवस्था एवं सुरक्षा से जुड़े सभी विभागों, संस्थाओं, संगठनों आदि के प्रयासों की सराहना करते हुए यह अपेक्षा भी की है कि जिस लगन और निष्ठा से इन्होंने आज अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया, उसी प्रकार सम्पूर्ण मेला अवधि में भी करते रहेंगे।
मेलाधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार बसन्त पंचमी के महास्नान में अपरान्ह 3 बजे तक 1.50 करोड से अधिक श्रद्धालुओं ने 8 किमी की लम्बाई में फैले 40 से अधिक घाटों पर स्नान किया। सभी अखाडों ने प्रशासन की सुव्यवस्थित देखरेख में बडे आनन्द और उल्लास के साथ शाही स्नान कर कुम्भ 2019 को अभूतपूर्व ऐतिहासिक बना दिया।
धर्म और अध्यात्म की इस दिव्य, भव्य, सुन्दर और स्वच्छ कुम्भ नगरी में आज जहाॅ श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा, वहीं 13 अखाड़ों के साधु-संतों ने भी गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम पर भव्य, आकर्षक और हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ तीसरा शाही स्नान किया।
इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ स्नानार्थियों को सुगमता एवं सरलता के साथ स्नान घाटों तक पहंुचने के लिए यातायात की खासी रणनीति तैयार की थी और इसके साथ ही घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रुककर एकत्र न हो तथा उनकी वापसी व गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गयी थी।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जहां पुलिस के आला अधिकारी स्नान व शाही शोभा यात्रा के दौरान स्वयं उपस्थित रहे, वहीं फोर्स के जवान, पुलिस, वाॅलंटियर्स, मजिस्ट्रेट आदि सचेत रहे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व्यवस्था सतर्क रही और स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं को स्नान करने के उपरान्त गंतव्य तक जाने हेतु दिशा निर्देश दिये जाते रहे।
संगम नोज सहित सभी घाटों पर स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। भीड नियंत्रित करने हेतु बनाये गये टावरों से लगातार निगरानी एवं लाउडस्पीकर, लाउडहेलर के माध्यम से निर्देशन दिया जाता रहा। हेलीकाॅप्टर द्वारा पूरे मेले की निगरानी के साथ-साथ शाही स्नान के लिये जाते हुये साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा भी की गयी। मेले की व्यवस्था को देखकर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के कोने-कोने से आये कई श्रद्धालुओं ने बताया कि ऐसा दिव्य, भव्य, स्वच्छ और सुन्दर कुम्भ उन्होंने पहले कभी नहीं देखा था। इस कुम्भ में उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी ही अच्छी औैर सुव्यवस्थित व्यवस्था की है, इसके लिये वे बधाई के पात्र हैं।
बसंत ऋतु, बसंत पंचमी के पर्व से शुरू हो जाती है। बसंत पंचमी एक प्रसिद्ध भारतीय त्योहार है। इस दिन विद्या, बुद्धि और ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा भी बड़े उल्लास के साथ की जाती है।
उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति से आज बसन्त पंचमी तक 03 शाही स्नानों तथा 01 अन्य स्नान सहित कुल 04 स्नानों में 16.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने कुम्भ मेला क्षेत्र पहुंचकर स्नान किया।