देहरादून: प्रमुख आयुर्वेद उपचार कंपनी, जीवा आयुर्वेद, राष्ट्र भर में अपने सभी क्लीनिकों में महीने भर के लिए निः शुल्क परामर्श शिविर का आयोजन कर रहा है। इस मेगा इवेंट के दौरान, पिछले 25 वर्षों में 1.5 मिलियन रोगियों के इलाज के अनुभव से 40,000 से अधिक रोगियों को लाभ होने की उम्मीद है। जीवा चिकित्सक से रोगी अपने व्यक्तिगत उपचार के लिए किसी भी जीवा क्लिनिक में आ सकते हैं।
“भारत को ’डायबिटीज कैपिटल’ के रूप में जाना जाता है, जो वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि यह आयुर्वेद की भूमि है, जो मधुमेह जैसी अन्य कई जीवनशैली सम्बंधित समस्याओं के इलाज और रोकथाम में प्रभावी है। डॉ. प्रताप चैहान, निदेशक, जीवा आयुर्वेद ने कहा कि मुझे यकीन है कि हर कोई इस अवसर का लाभ उठाएगा और अपने स्वास्थ्य समस्याओं और निरोग रहने के लिए हमारे डॉक्टर से परामर्श करेगा”।
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार, 72 मिलियन भारतीयों को डायबिटीज है, और 2045 तक यह संख्या बढ़कर 151 मिलियन तक पहुंचने की सम्भावना है। डायबिटीज मुख्य रूप से गलत जीवनशैली और आहार के कारण होता है, जो आयुर्वेदिक उपचार का मुख्य क्षेत्र है। जीवा आयुर्वेद ने पिछले 25 वर्षों में डायबिटीज के 1.2 लाख रोगियों का सफलतापूर्वक परामर्श कर सम्पूर्ण उपचार प्रदान किया है जिसमें व्यक्तिगत – विशेष दवाइयाँ व आहार – जीवनशैली सम्बन्धी सुझाव सम्मिलित है।