लखनऊः राष्ट्रीय स्तर पर दिये जाने वाले डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2022 में उत्तर प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग को उसकी डिजिटल पहल के नेशनल लेवल पर विजेता के रूप में चुना गया है।
व्यापार करने में आसानी के लिए डिजिटल पहल की श्रेणी में उत्तर प्रदेश में खनन प्रणाली में ‘माइन मित्रा‘ डिजिटल सिस्टम को डेवलप कर लागू करने के लिए प्लैटिनम एवार्ड से नवाजा जायेगा।विज्ञान भवन नई दिल्ली में 07जनवरी 2023को आयोजित भव्य कार्यक्रम में भारत की मा०राष्ट्रपति जी उत्तर प्रदेश की खनन सचिव/निदेशक डा०रोशन जैकब व उनकी टीम को यह पुरस्कार प्रदान करेगीं।उत्तर प्रदेश के मा0 मुख्यमन्त्री जी के निर्देश व नेतृत्व से माइन मित्रा डेवलप करने में यह कामयाबी मिली है।
भारत सरकार द्वारा सरकारी संस्थाओं एवं स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने हेतु डिजिटल इंडिया अवार्ड्स-2022 के विजेताओं की घोषणा की गयी है। जिसके तहत ईज आप डूइंग बिजनेस कैटेगरी में उ० प्र० के भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा ई-सर्विसेज, परिवहन प्रपत्र निर्गमन, सर्विलांस, मिनरल मार्ट इत्यादि व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन में समय, लागत एवं प्रयासों को कम करके महत्वपूर्ण प्रभाव लाने हेतु विकसित किये गए ‘माइन मित्रा‘ पोर्टल को प्लैटिनम एवार्ड से सम्मानित किया गया है। इसी कैटेगरी में ओड़ि़सा राज्य के ई आबकारी को गोल्ड एवं पंजाब राज्य के इन्वेस्ट पंजाब को सिल्वर अवार्ड प्राप्त हुआ है।
पुरस्कार समारोह शनिवार, 7 जनवरी 2023 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में सुबह 8रू30 बजे से दोपहर 1रू00 बजे तक निर्धारित है। माननीय राष्ट्रपति की उपस्थिति में पालन किए जाने वाले आधिकारिक प्रोटोकॉल का सम्मान करने के लिए, शुक्रवार, 6 जनवरी 2023 को पुरस्कार कार्यक्रम से एक दिन पहले पूर्ण ड्रेस रिहर्सल में भाग लेने हेतु उत्तर प्रदेश खनन विभाग की निदेशक सहित सभी सहयोगी टीम को पहुंचना है।
मुख्यमंत्री जी की मन्शा के अनुसार उनके कुशल कुशल दिशा निर्देशन में खनिज प्रक्रिया को पूरी पारदर्शी , सुगम व सुलभ बनाने के लिए खनिज विभाग की पूरी टीम द्वारा पिछले 3 साल में ढांचा तैयार किया गया और प्रत्येक अप्लीकेशन को विकसित माइन मित्रा का रूप दिया गया।और इस डिस्टल सिस्टम को लागू करने में सफलता हासिल हुई। जिसमें जन सुविधाओ, प्रवर्तन, उद्यमियों के लिए सुविधा,और यूपी मिनरल मार्ट एक छतरी के नीचे एक प्लेटफार्म से जोड़ा गया है। इसमें विभागीय टीम के अलावा तकनीकी सहयोग एन आई सी व यूपी डेस्को का प्राप्त हुआ।