चेन्नई: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 18 अक्टूबर से लगातार कटौती जारी है. रविवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 16 पैसे प्रति लीटर की कमी हुई है. इसके बाद राजधानी में पेट्रोल के दाम 77.73 रुपये प्रति लीटर हो गए. वहीं डीजल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर की कमी होने के बाद रविवार को इसके रेट 72.46 रुपये प्रति लीटर हो गए. विपक्ष के कई नेता पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती को अपर्याप्त बता रहे हैं. पीएमके के संस्थापक एस. रामदास ने इन्हीं में से एक है. उन्होंने पेट्रोल की कीमतों में 19.34 रुपये जबकि डीजल में 18.20 रुपये की कटौती की मांग की है.
एस. रामदास ने शनिवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें ऊंची रखना डाका डालने जैसा है. रामदास ने एक बयान में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत तीन अक्टूबर के 77.96 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से 22.87 फीसदी घटकर 60.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है.
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आनुपातिक कमी आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम में क्रमश: 19.34 रुपये और 18.20 रुपये प्रति लीटर की कटौती होनी चाहिए और इनकी खुदरा कीमतें क्रमश: 67.84 रुपये और 61.37 रुपये प्रति लीटर होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक नवंबर, 2017 को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल थी, जो वर्तमान मूल्य के समान है.
चेन्नई: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 18 अक्टूबर से लगातार कटौती जारी है. रविवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 16 पैसे प्रति लीटर की कमी हुई है. इसके बाद राजधानी में पेट्रोल के दाम 77.73 रुपये प्रति लीटर हो गए. वहीं डीजल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर की कमी होने के बाद रविवार को इसके रेट 72.46 रुपये प्रति लीटर हो गए. विपक्ष के कई नेता पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती को अपर्याप्त बता रहे हैं. पीएमके के संस्थापक एस. रामदास ने इन्हीं में से एक है. उन्होंने पेट्रोल की कीमतों में 19.34 रुपये जबकि डीजल में 18.20 रुपये की कटौती की मांग की है.
एस. रामदास ने शनिवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें ऊंची रखना डाका डालने जैसा है. रामदास ने एक बयान में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत तीन अक्टूबर के 77.96 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से 22.87 फीसदी घटकर 60.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है.
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आनुपातिक कमी आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम में क्रमश: 19.34 रुपये और 18.20 रुपये प्रति लीटर की कटौती होनी चाहिए और इनकी खुदरा कीमतें क्रमश: 67.84 रुपये और 61.37 रुपये प्रति लीटर होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक नवंबर, 2017 को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल थी, जो वर्तमान मूल्य के समान है.